सेवा सहकारी संस्था की गलती से हजारों बोरी गेहूं सड़ गया; दोषी बना दिया वेयर हाउस संचालक को

उज्जैन। सेवा सहकारी संस्था मालीखेड़ी तहसील घटिया के अधिकारी, कर्मचारियों द्वारा की गई लापरवाही का खामियाजा वेयर हाउस संचालक को होना पड़ रहा है। संस्था की गलती से हजारों गेहूं की बोरियां भीग गई, अनाज सड़ गया और इस गलती की जांच के लिए उन्हें ही जांच सौंप दी जो इसके जिम्मेदार थे, ऐसे में गेहूं उपार्जन केन्द्र में किए गए घपले का जिम्मेदार वेयर हाउस संचालक को बताकर उसे आरोपी बना दिया गया।

खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग मंत्री बिसाहूलाल सिंह से वेयर हाउस संचालक ने मांग की है कि नई समिति गठित कर जांच करवाई जाए तथा दोषी को दंड मिले।

भारतसिंह पिता भंवरसिंह का वेयर हाउस संतोष वेयर हाउस मालीखेड़ी में स्थित है। पिछले वर्ष गेहूं उपार्जन केन्द्र, विपणन संघ व सेवा सरकारी संस्था द्वारा गेहूं तोल केन्द्र पर 1 लाख 90 हजार बोरी गेहूं तोला गया था जिसमें 85 हजार बोरी गेहूं संतोष वेयर हाउस में रखा गया। बाकी बोरी लगभग एक लाख 5 हजार सेवा सरकारी संस्था द्वारा खुले खेत में रख दी गई थी। गेहूं उपार्जन केन्द्र पर 24 अप्रैल 2020 से 6 जून 2020 तक तोल चला। 6 जून 2020 को बारिश हो गई। भारतसिंह ने बताया कि पानी बहुत ज्यादा गिरने से 40 प्रतिशत गेहूं खराब हो गया व गेहूं उठाने का कार्य एक महीने की देरी से जुलाई अगस्त तक चला, जिससे हजारों गेहूं की बोरियां नष्ट हो गई।

कई बार अधिकारियों को कहा कि गेहूं खुले से हटवा लीजिये लेकिन किसी ने नहीं सुनी। सेवा सहकारी संस्था के अधिकारियों को निवेदन किया कि गेहूं की बोरिया हटा लीजिये लेकिन किसी ने नहीं हटाई और गेहूं सड़ गया। मामले की जांच के लिए कलेक्टर ने गेहूं जांच समिति का गठन किया जिसमें जिस विभाग पर जांच कराई जानी थी उसी विभाग के अधिकारियों को समिति में नियुक्त कर दिया, जिससे गेहूं उपार्जन केन्द्र की जांच पूरी तरह से प्रभावित हो गई।

भारतसिंह ने कहा कि मैने बार-बार कलेक्टर से निवेदन किया कि जांच समिति में दूसरे विभाग के अधिकारियों को नियुक्त करें मगर मेरी विनती एक बार भी नहीं सुनी। पूरी जांच मेरे खिलाफ बनाकर समिति द्वारा मुझ पर आरोप लगाकर मुझे दोषी करार दे दिया गया। 23 जून 2021 को कृषि मंत्री द्वारा कलेक्टर को एक पत्र दिया गया जिसमें समिति को निरस्त कर नई समिति गठन करने को लिखा था।

उस समय कलेक्टर ने आश्वस्त किया कि हम नई समिति द्वारा ही जांच कराएंगे लेकिन इसके बाद भी नई समिति का गठन नहीं किया गया व मुझ पर झूठा आरोप लगाकर आरोपी करार दे दिया गया। भारतसिंह ने मांग की है कि पुरानी समिति को निरस्त कराकर पुन: संभागायुक्त द्वारा नई समिति का गठन करवाकर वेयर हाउस की व उपार्जन केन्द्र की निष्पक्ष जांच कराएं ताकि मुझे न्याय मिल सके।

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