तीन दिन में पुलिस पर हुए दोनों हमले के आरोपी पांडयाखेड़ी के
उज्जैन,अग्निपथ। चिंतामण बायपास रोड पर शराब के नशे में गदर मचाने वालों में कांग्रेस के पूर्व पार्षद का पुत्र भी शामिल था। नीलगंगा पुलिस ने आरक्षक और लाइनमैन को चाकू मारने के मामले में शनिवार तक पांच आरोपियों को हिरासत में ले लिया। खास बात यह है कि तीन दिन में आरक्षकों पर हुई दोनों घटनाओं के मुख्य आरोपी पांडयाखेड़ी के रहने वाले हैं।
15 जुलाई की रात करीब आधा दर्जन बदमाशों ने लालपुल पर विद्युत कंपनी के लाइनमैन हरिशंकर व पूछताछ करने पर चिंतामण ब्रिज पर आरक्षक कमल जसौदिया को चाकू मार दिए थे। दो थानों में दर्ज प्रकरण में पुलिस ने खोजबीन कर पांच आरोपियों को पकड़ लिया। दबोचे गए आरोपियों में पांडयाखेड़ी निवासी कांग्रेस के पूर्व पार्षद सुंदरलाल मालवीय का पुत्र शुभम भी शामिल है।
पुलिस ने गैंग सरगना नितिन मालवीय, गोलू मटकी, करण व राहुल काला को भी दबोच लिया। पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि शराब का नशा होने के कारण वारदात हो गई। पुलिस पांचों का रिकार्ड तलाशने के बाद उन्हें कोर्ट में पेश करेगी।
इधर..भाजयुमो मंडल उपाध्यक्ष आरोपी
याद रहे12 जुलाई को इंदौर रोड पर ढाबा संचालक को घायल कर कारें फोड़ी गई थीं। एफआरवी के आरक्षक मुकेश चौहान से भी मारपीट कर वर्दी फाड़ दी गई थी। आधा दर्जन बदमाशों द्वारा की इस घटना में पांड्याखेड़ी के अनुराग पिता मंगलसिंह पंवार, भाजयूमो मंडल उपाध्यक्ष भावेश पिता सुरेंद्रसिंह की मुख्य भूमिका थी। पुलिस ने अनुराग, भावेश व विनय पिता आशोक चौधरी को जेल भेज दिया, लेकिन भूपेंद्र सोलंकी, अविराज अब तक नहीं पकड़ाए हैं।
एक घंटे तक मचाया था गदर
सर्वविदित है बदमाशों ने एक घंटे उत्पात मचाया था। राहगीरों से मारपीट व पथराव करने के दौरान हरिशकंर को रोका था। नहीं रुकने पर चाकू मार दिया था। सेट पर पाइंट सुन घर जा रहे आरक्षक कमल ने चिंतामण ब्रिज पर उनसे पूछताछ की तो उसे भी पीछे से चाकू मार दिया था। इस पर चिंतामण थाने में धारा 307 और नीलगंगा थाने में लाइनमैन को चाकू मारने पर धारा 324 का केस दर्ज किया था।