नर्सिंग स्टाफ में भी मायूसी, जिला प्रशासन को वस्तुस्थिति देखने की दरकार
उज्जैन, अग्निपथ। चरक अस्पताल में नवनिर्मित आवास के आवंटन में नया मोड़ देखने में आया है। बताया जाता है कि किए गए आवास आवंटन से स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ सहित अन्य कर्मचारी संतुष्ट नहीं हैं।
ऐसे में आगामी दिनों में इसको लेकर बड़े फैसले हो जाएं तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। क्योंकि जिला प्रशासन ने वस्तुस्थिति देखे बगैर आवास आवंटन करना शुरू कर दिया है। वहीं सर्जरी विशेषज्ञ डॉ. अजय दिवाकर अब हाईकोर्ट की शरण में जाने की तैयारी कर रहे हैं।
जानकारी में आया है कि आवास आवंटन से जिला अस्पताल सहित माधव नगर अस्पताल के अन्य डॉक्टर भी संतुष्ट नहीं हैं। साथ ही नर्सिंग स्टाफ भी आवास आवंटन को लेकर अपनी बात खुलकर नहीं कर पा रहा है। इधर जिला प्रशासन ने भी अपना अडिय़ल रुख इस मामले में अख्तियार कर लिया है। सर्जरी विशेषज्ञ डॉ. अजय दिवाकर के मामले को ही देख लें तो उनके इस्तीफा देने के बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों को रह रहे मकान की वस्तुस्थिति देखना चाहिए थी। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। फलस्वरूप अब अन्य पांच डॉक्टर भी इस्तीफा देने का मन बना रहे हैं। जिला अस्पताल के गलियारों से इस बात का चर्चाएं चल रही हैं।
परेशानी समझने के लिए कोई भी तैयार नहीं
जिला प्रशासन ने डॉ. अजय दिवाकर मामले में अडिय़ल रुख अपना रखा है। ऐसे में उनके द्वारा दिए गए इस्तीफे पर भी कोई एक्शन नहीं लेने पर अब वह आवास आवंटन को लेकर हाईकोर्ट में पिटीशन दायर करने जा रहे हैं। आगामी दिनों में यह बात समाने आ जाएगी। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की परेशानी को कोई भी समझने के लिए तैयार दिखाई नहीं दे रहा है। ऐसे में अन्य दूसरे कर्मचारी भी कोर्ट की शरण में जाने की तैयारी कर सकते हैं।