उज्जैन। आगर रोड स्थित नजर अली मिल कंपाउंड में कब्जा कर बनाए गए मकान को गिराने पहुंची नगर निगम और पुलिस टीम पर पथराव हो गया। नगर निगम जोन 2 की उपयंत्री साधना चौधरी सिर और पैर में पत्थर लगने से घायल हो गईं। उन्हें जिला अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने 7 लोगों को हमले के आरोप में हिरासत में लिया है।
निगम उपायुक्त सुबोध जैन ने बताया कि सोमवार सुबह 11 बजे टीम कार्रवाई को पहुंची। सरकारी जमीन पर बने एक मकान को हटाया जाना था। जेसीबी जैसे ही आगे बढ़ी, लोगों ने हाथों में पत्थर उठा लिए। एकाएक टीम पर हमला बोल दिया गया। डेढ़ साल पहले भी निगम टीम ने इसी जमीन से अतिक्रमण हटवाया था। तब यह मकान रह गया था। जिस मकान को हटाया गया, उसके लोगों को पंवासा इलाके की मल्टी में घर दिया गया है, लेकिन वे वहां जाने को तैयार नहीं। 3 साल से कब्जा जमाए बैठे थे।
हाईकोर्ट के स्टे का दावा
मकान मालिक गुड्डू मेवाड़ा ने बताया कि चार भाइयों के घर थे- रायसिंह मेवाड़ा, लाला मेवाड़ा, गुड्डू मेवाड़ा, जुगल मेवाड़ा। पट्टे में दी गई जमीन पर 50 साल से ज्यादा समय से घर बनाकर रह रहे थे। हाईकोर्ट का स्टे होने के बाद भी हमारे घर तोड़ दिए गए।
बिना नोटिस कार्रवाई
कार्रवाई के दौरान महिलाओं ने भी टीम का विरोध जताया। बाद में जेसीबी से मकान को गिरा दिया गया। लोगों का आरोप है कि बगैर सूचना के नगर निगम ने घर गिरा दिया। बारिश खत्म होने तक का समय भी नहीं दिया।