पांच माह से शिक्षक दो जगह से ले रहा वेतन

जिम्मेदार बता रहे सॉफ्टवेयर की गलती, वसूली के लिए जारी करेंगे लेटर

सुसनेर, अग्निपथ। आपने कभी सुना है क्या कि एक शासकीय कर्मचारी का एक ही विभाग में नई पदस्थापना होने पर वह अपने मूलपदस्थापना के वेतन के साथ नवीन पदस्थापना का भी वेतन प्राप्त करें। नियमों के अनुसार ऐसा होना तो नहीं चाहिए किन्तु पिछले 5 माह से शिक्षा विभाग में ऐसा हो रहा है। जिम्मेदारों ने भी इस बीच इस गलती को नहीं पकड़ा। मामले का खुलासा आयकर राशि कटौत्री करने पर हुआ है। अधिकारी इसे सॉफ्टवेयर में हुई गलती बता रहे हैं।

जानकारी के अनुसार ग्राम मालनवासा के माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक के रूप में पदस्थ गोकुल वर्मा को जनवरी 2021 में जनशिक्षक के रूप में संकुल केन्द्र शासकीय कन्या हायरसेकंडरी स्कूल सुसनेर में कर दी गई। तबसे ये जनशिक्षक के रूप में यहां कार्य कर रहे हैं। जनशिक्षक के रूप में इनकी नियुक्त होने के बाद वर्मा विकासखंड शिक्षा कार्यालय (बीईओ) की जगह राज्य शिक्षा केन्द्र के कर्मचारी के रूप में विकासखंड स्रोत समन्वयक (बीआरसी) कार्यालय के अंतर्गत कार्यरत हो जाते हैं। शिक्षक को पूर्व में बीईओ कार्यालय के माध्यम से वेतन आहरण किया जा रहा था। जनशिक्षक बनने के बाद इन्हें बीआरसी कार्यालय के माध्यम से वेतन का आहरण किया जाना था। जनशिक्षक बनने के बाद भी बीईओ कार्यालय से मिलने वाला वेतन जारी रहा।

एक ही अधिकारी दोनों जगह फिर भी नहीं पकड़ पाए गड़बड़

पिछले माह जब शिक्षक वर्मा से वेतन के रूप में शासन को जमा होने वाले आयकर राशि काटी जाना तब इस बात का खुलासा हुआ है। इस मामले में खास बात यह है कि शिक्षक गोकुल वर्मा जन जनशिक्षा केन्द्र के शिक्षक के रूप में पदस्थ थे। उस संकुल प्राचार्य के.एल. मालवीय हैं। साथ ही विकासखंड स्रोत समन्वयक बीआरसी के रूप में भी के.एल. मालवीय पदस्थ हैं ऐसे में एक ही अधिकारी के दोनों जगह पदस्थ होने के बाद भी दोनों जगहों से वेतन का आहरण होना कही ना कही गंभीर लापरवाही की ओर इशारा करता हैं।

नीयत में खोट..?

मामले में सबसे बड़ा सवाल यह है कि अधिकारियों की लापरवाही तो है ही लेकिन संबंधित शिक्षक को दो जगह से वेतन मिल रहा था तो उसने इसकी सूचना अधिकारियों को क्यों नहीं दी। ऐसे मामले में उनकी नीयत में खोट नजर आता है। जानकारों का मानना है कि ऐसे मामले में संबंधित के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कराया जाना चाहिए लेकिन अधिकारी खुद और शिक्षक को बचाने के लिए साफ्टवेयर की गलती बता रहे हैं।

इनका कहना

शिक्षक गोकुल वर्मा जनशिक्षक के रूप में पदस्थ होने के बाद फरवरी माह से इनकों वेतन दिया जा रहा हैं। गोकुल वर्मा को दो वेतन प्राप्त करने के संबध में मैंने जो जानकारी ली हैं उसके अनुसार साप्टवेयर की गलती की वजह से ऐसा हुआ हैं। इससे बीईओं आफिस की गलती है हमारा कोई लेना देना नही हैं। -के.एल. मालवीय, बीआरसी एवं संकुल केन्द्र प्राचार्य कन्या हायरसेकंडरी स्कूल सुसनेर

हां मुझे दो वेतन मिल रहा हैं। अगर विभाग के अधिकारी मुझसे कहेगें तो में वापस वेतन जमा करवा दूगा। -गोकुल वर्मा, जनशिक्षक शिक्षा विभाग सुसनेर

शिक्षक गोकुल वर्मा को दो वेतन मिलने की जानकारी मिलने के बाद रिकवरी के लिए पत्र जारी कर दिया गया हैं। संबध में व्यक्ति से रिकवरी कर ली जाएगी। – बी.सी.बागरी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी सुसनेर

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