सडक़ पर पड़े बोल्डर ने ली लकवा मरीज की जान

शिवशक्तिनगर-इंदिरानगर रोड पर दर्दनाक घटना से लोगों में आक्रोश

उज्जैन, अग्निपथ। हजारों लोगों की जिंदगी खतरे में डालने वाले नगर निगम के नाला डायवर्शन प्रोजेक्ट ने एक व्यक्ति की जान ले ली। सडक़ खोदकर नाला डायवर्ट करने की योजना पहले भी ना जाने कितने लोगों की हड्डियां तोड़ चुकी है। मामला शिवशक्ति नगर से इंदिरा नगर जाने वाले मार्ग का है।

 मंसूर mrutak
मंसूर

इस मार्ग पर नगर निगम ने पूरी सडक़ को खोदकर नाला डायवर्ट किया है। पिछले करीब दो साल से चल रहे इस काम के कारण यहां के हजारों लोग परेशान हैं। बड़ी दुर्घटना की आशंका के बीच अंतत: एक व्यक्ति की जान ही चली गई। गांधी नगर निवासी लकवा पीडि़त मंसूर पिता मजीद खान(44 वर्ष) शुक्रवार सुबह टहलने निकले थे। इस रोड पर पड़े बड़े-बड़े पत्थरों में उलझकर वे गिरे और सिर में चोंट लगने के बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

एफआईआर दर्ज कराएंगे

मंजूर के बेटे शादाब खान ने बताया सडक़ पर लंबे समय से बड़े-बड़े बोल्डर नगर निगम ने डाल रखे हैं। क्षेत्रवासी आये दिन सडक़ लेबलिंग की मांग करते रहे हैं, फिर भी कार्रवाई नहीं हुई। नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही के कारण उनके पिता की जान गई है, वे जिम्मेदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे।

कई बार शिकायत, मगर नहीं जागे नगर निगम अधिकारी

जोन क्रमांक 2 के पूर्व अध्यक्ष शिवेंद्र तिवारी भी इसी क्षेत्र के रहवासी हैं। उन्होंने बताया कि घटना के बाद जब वे मंजूर के घर सांत्वना व्यक्त करने गए तो लोगों में इस घटना के प्रति काफी आक्रोश देखा। क्षेत्र से नाला डायवर्ट करने के कारण पिछले करीब दो साल से पूरा क्षेत्र खोदा जा चुका है। सडक़ बनाने के बजाय यहां सिर्फ बड़े-बड़े बोल्डर डाल दिए गये हैं।

जिसमें उलझकर रोज दो-चार लोग अपने हाथ-पैर तुड़वा रहे हैं। ना जाने कितने वाहन इन बोल्डर के कारण दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं। फल-सब्जी मंडी मार्ग भी इस योजना के कारण जर्जर हो गया है। सडक़ को समतल करने के लिए नगर निगम के सहायक यंत्री साहिल मैदावाला और उप यंत्री मोहित मिश्रा को व्यक्तिगत रूप से कई बार बताया जा चुका है। लेकिन हालात नहीं सुधरे और यह घटना हो गई।

नाला डायवर्ट योजना: बिना विचारे हजारों के जीवन से खिलवाड़

नगर निगम ने नगर कोट क्षेत्र के नाला डायवर्ट की योजना तीन वार्ड के तत्कालीन पार्षदों की मिलीभगत से इस तरह बनाई, जिससे इसका खर्चा भी करीब 1 करोड़ के आसपास पहुंच गया और हजारों लोगों की जान पर भी बन आई। वार्ड 16 के नगर कोट क्षेत्र के नाले का पानी पहले वार्ड क्रमांक 7 की छोटी कमल कॉलोनी से वीर नगर होता हुआ वार्ड 5 के इंदिरा नगर नाले में मिल जाता था। लेकिन वार्ड 16, 7 व 6 के पार्षदों की मिलीभगत से इस नाले को गलत दिशा से डायवर्ट किया गया।

नाले को छोटी कमल कालोनी से वार्ड 6 के फल-सब्जी मंडी पहुंच मार्ग से शिवशक्ति नगर, गांधी नगर होते हुए इंदिरा नगर की ओर डायवर्ट किया है जबकि नाले का प्राकृतिक बहाव इस क्षेत्र से था ही नहीं। इस कारण सडक़ गहरी खोदकर उसमें सीमेंट की बड़ी पाइप लाइन डाली गई। क्षेत्र के रहवासी लंबे समय से इस निर्माण को लेकर परेशानी से जूझ रहे हैं। मजेदार बात यह है कि नाला डायवर्ट करने के बाद भी छोटी कमल कॉलानी और नगर कोर्ट क्षेत्र में जलभराव की समस्या बरकरार है।

Next Post

देहरादून ट्रेन 27 से फिर होगी शुरू, दो दिन उज्जैन से चलेगी

Mon Jul 19 , 2021
उज्जैन। इंदौर और उज्जैन से देहरादून के लिए स्पेशल साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन फिर से शुरू की जा रही है। 27 जुलाई से देहरादून से यह ट्रेन दोबारा आरंभ कर दी जाएगी। सप्ताह में दो दिन बुधवार और गुरूवार को यह ट्रेन उज्जैन से चलाई जाएगी। गाड़ी संख्या 04310 देहरादून से […]