उज्जैन, अग्निपथ। वर्षाकाल में बाढ़ से बचाव के लिये सोमवार को होमगार्ड की टीम ने चंबल नदी में मॉकड्रील की। नागदा में आम नागरिकों की सुरक्षा के लिये 8 जवानों को आपदा उपकरणों के साथ तैनात किया गया है।
एसडीईआरएफ/होमगार्ड डिस्ट्रीक कमांडेंट संतोष कुमार जाट ने बताया कि वर्षाकाल को देखते हुए जिले में 9 डीआरसी, ईओसी सेंटर और क्यूआरटी की स्थापना की गई है। बाढ़ से बचाव के लिये त्रि-स्तरीय प्लान तैयान किया गया है। नागदा में डीआरसी की टीम स्थापित की गई है। जिसमें 8 जवान आपदा उपकरण के साथ तैनात रहेगें। सोमवार को मॉकड्रील के लिये नागदा को चयनित किया गया था, जहां चंबल नदी है। होमगार्ड और एसडीईआरएफ ने संयुक्त रुप से यहां अपनी तैयारियों को प्रदर्शन किया।
सबसे पहले जवानों ने रेस्क्यू के दौरान क्षतिग्रस्त मोटर बोट की मदद से बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने का प्रयास किया। उसके बाद ड्राय रेस्क्यू, अंडर वाटर बॉडी रेस्क्यू, डीप डायविंग के साथ स्कूबा डायविंग का प्रदर्शन किया। नागदा में तैनात टीम 24 घंटे आम नागरिकों की मदद के लिये तैयार रहेगी।
नागदा औद्योगिक नगरी होने के कारण वर्षाकाल में आपदा का डेंजर झोन रहता है। मॉकड्रील के बाद आपदा उपकरणों की प्रदर्शनी लगाई गई। इस दौरान सीएसपी मनोज रत्नाकर, अनुविभागीय अधिकारी नागदा आशुतोष गोस्वामी, संभागीय सेनानी होमगार्ड प्रीतिबाला सिंह, एसडीईआरएफ प्लाटून कंमाडंर शीला चौधरी, दिलीप बामनिया, पुष्पेंद्र त्यागी के साथ होमगार्ड के 24 जवान उपस्थित थे।