गर्भगृह-नंदीहाल की चांदी के साथ 138 वस्तुओं की सफाई संपन्न, पालकी निकालने का कर रहे रास्ता साफ
उज्जैन , अग्निपथ। 25 जुलाई से महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण मास का उत्सव शुरू हो जाएगा। देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को आएंगे जिसको लेकर जिला प्रशासन ने तैयारी करना शुरू कर दी है। अब केवल महाकाल सवारी का मंदिर से बाहर निकालने का रूट तय करना बाकी रह गया है। गर्भगृह में चांदी की सफाई के बाद आज नगरनिगम ने बड़ा गणेश मंदिर से लेकर चार नंबर गेट तक के हारफूल वालों की दुकानें हटाकर उनको चेतावनी दी।
मंगलवार को भी मंदिर में अपेक्षाकृत अन्य दिनों की अपेक्षा थोड़ी कम भीड़ रही। दो दिन पहले ही मंदिर के गर्भगृह के रूद्र यंत्र से लेकर चांदी की तीनों दीवारों की सफाई कर दी गई थी। वहीं नंदीहाल चांदी गेट और सभा मंडप में स्थित चांदी के गेट की भी सफाई की जा चुकी थी। रूद्र यंत्र को चमकाने के लिए इस पर चांदी की पॉलिश भी की गई है।
दिल्ली निवासी श्रद्धालु सुशील शर्मा द्वारा टेंडर लेकर नि:शुल्क सेवा दी जा रही है। श्रावण मास की तैयारी के मद्देनजर इनके द्वारा चांदी और पीतल की 138 वस्तुएं शामिल थीं, जिनकी सफाई की गई। इसमें भगवान महाकाल का रजत सिंघासन भी शामिल है। प्रतिवर्ष इनके द्वारा ही चांदी के सफाई आदि का कार्य करवाया जा रहा है, जोकि नि:शुल्क सेवाभाव से किया जा रहा है। मंदिर में सेवा देने वाले दयाराम सिशोदिया, सतीश चौहान और प्रकाश प्रजापत द्वारा सफाई कार्य को अंजाम दिया गया है।
फूल की दुकानें हटाने की कार्रवाई
मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए बड़ा गणेश मंदिर से लेकर 4 नंबर गेट तक अस्थाई रूप से हार फूल वालों ने दुकाने टेबल रखकर लगा रखी हैं। प्रतिदिन इसी तरह से यहां पर दुकानें लगाकर सडक़ जाम की जा रही है। जिसके चलते आने जाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रतिदिन सहायक प्रशासक पूर्णिमा सिंघी और सीएसपी महाकाल पल्लवी शुक्ला द्वारा यहां से हारफूल दुकानें हटवा दी जाती हैं, लेकिन उनके जाने के बाद फिर से यह अपनी दुकानें वापस लगा लेते हैं।
वहीं पालकी निकालने के दौरान भी यह दुकाने रास्ते में बाधक बनेंगी। लिहाजा नगर निगम गैंग ने आज अस्थाई दुकानों को हटाने का कार्य दोपहर 1 बजे से शुरू कर दिया था जो कि देर तक चलता रहा। ज्ञातव्य रहे कि कोरोना संक्रमण के चलते जिला प्रशासन ने मंदिर में हार फूल और प्रसाद ले जाने को प्रतिबंधित किया हुआ है। इसके बावजूद बड़ी संख्या में श्रद्धालु अज्ञानता के कारण इनको खरीद कर मंदिर ले जा रहे हैं। जिला प्रशासन भी इनको आसानी से लुटता हुआ देख रहा है।
शंख द्वार रोड का निर्माण जारी
कलेक्टर के निर्देश के पश्चात श्रावण मास की तैयारियों को लेकर शंख द्वार पहुंच मार्ग का निर्माण कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया है। यहां पर सीसी रोड बनाने का काम चल रहा है। लेकिन यह सावन मास शुरू होने से पूर्व चालू हो जाएगा इस पर संशय है। क्योंकि सीसी रोड को सूखने में ही एक सप्ताह का समय चाहिए। अभी रोड पूरी बनी नहीं है।
ऐसे में पहली सवारी निकलने के बाद ही शंख द्वार से श्रद्धालुओं का प्रवेश शुरू किया जा सकेगा। हालांकि अधिकारियों के निर्देश के बाद इस रोड को बनाने का काम तेजी से चल रहा है। सावन मास से दो दिन पूर्व इसे शुरू करने पर काम चल रहा है।