उज्जैन, अग्निपथ। सोमवार की रात, दशहरा मैदान इलाके में पैदल घूम रही एक महिला के गले से मोटरसाइकिल सवार बदमाश सोने की चेन झपटता है और पुलिस कंट्रोल रूम के रास्ते से होकर चंपत हो जाता है। 17 दिन में शहर में इसी तरह की चार वारदात हो चुकी है। दशहरा मैदान वाली घटना के आरोपी की तलाश के लिए पुलिस ने 150 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज निकलवाए, सारे धुंधले निकले। ये हालात उस शहर में है जहां 35 करोड़ रुपए खर्च कर शहर के सारे प्रमुख मार्गो को क्लोज सर्किट कैमरों से कवर किया गया है।
स्मार्ट सिटी कंपनी का इंटीग्रेटेड ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम केवल ई-चालान बनाने तक सीमित रह गया है। इस सिस्टम की शुरुआत करते वक्त कंपनी की और से दावा किया गया था कि इससे शहर में क्राइम कंट्रोल करने में भी मदद मिलेगी। कंपनी ने शहर के 16 प्रमुख चौराहों पर कैमरे लगाए है, दावा किया गया था कि इन कैमरों की स्पष्टता इतनी रहेगी कि वाहनों की नंबर प्लेट तक साफ कैप्चर की जा सकेगी।
पिछले 20 दिनों में शहर में महिलाओं के गले से सोने की चेन लूटे जाने की 4 वारदात हो चुकी है। इसके अलावा शहर में हर रोज वाहन चोरी की औसत 3 घटनाएं हो रही है। गीता कॉलोनी से तो एक कार भी चोरी हो चुकी है। सारे ही वाहन, चेन लूट के आरोपी शहर में कहीं न कहीं उन सारे चौराहों से होकर गुजरे जहां ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम के कैमरे लगे है। एक भी कैमरे की मदद से पुलिस को ऐसी कोई लीड नहीं मिल सकी है जिससे किसी भी आरोपी का सुराग मिल सके।
इनका कहना है
हम अपने स्तर पर क्राइम कंट्रोल में भी मदद करते है। पुलिस को कैमरों से सहयोग मिला है। – जितेंद्रसिंह, सीईओ स्मार्ट सिटी कंपनी