यह कैसा न्याय: दो पक्षों में विवाद हुआ,एक पर जानलेवा हमले का केस, दूसरे घायल की रिपोर्ट भी दर्ज नहीं

आरोपी के ढाबे को अवैध बताकर जमींदोज भी कर दिया, गाड़ी खड़ी करने की बात पर हुआ था झगड़ा

उज्जैन,अग्निपथ। मंगरोला में देर रात हुए विवाद में चिंतामण पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं। वजह घटना में एक पक्ष पर जानलेवा हमले का केस दर्ज कर उसका ढाबा भी जमींदोज कर दिया, जबकि आरोपी बताए युवक को गंभीर चोंट आने पर भी केस दर्ज नहीं किया। मामले में पीडि़त पक्ष ने अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।

ग्राम मंगरोला निवासी छतरसिंह का खेत की मेढ़ पर एक्टिवा एमपी 13 सीवी 3307 खड़ी करने की बात पर समीप ही रहने वाले नारायणसिंह व उसके भाई दिलीपसिंह के पुत्रों से विवाद हो गया। झगड़ा बढऩे पर दोनों पक्षों में तलवार, लाठी व पत्थरबाजी चल गई। घटना में एक्टिवा तोड़ दी गई।

वहीं छतरसिह और अर्जुन को चोंट आने पर जिला अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। मामले में पुलिस ने युवराज आदि पर धारा 307 का केस दर्ज कर दिया। खास बात यह है कि हमले में युवराज को भी गंभीर चोंट आने पर निजी अस्पताल में भर्ती करना पड़ा, लेकिन पुलिस ने उसकी ओर से मामूली धाराओं में भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। जबकि सूत्रों का कहना है हथियार छतरसिंह व अर्जुन ने भी चलाए थे। यहीं वजह है कि युवराज के परिजन गुरुवार को आला अधिकारियों को शिकायत कर कार्रवाई की मांग करेंगे।

ढाबे पर चली निगम की जेसीबी

पुलिस का कहना है कि युवराज पर पूर्व में भी केस दर्ज है। घटना के बाद नगर निगम से ढाबे की जानकारी निकाली। अवैध पाए जाने पर निगम ने उसे तोडऩा तय किया। इसी के चलते बुधवार दोपहर 12.30 बजे सीएसपी पल्लवी शुक्ला, टीआई जीवनसिंह डिंडोर निगम अमले के साथ पहुंचे और दो जेसीबी की मदद से ढाबे को नेस्तानाबूत कर दिया।

विवाद के बाद अवैध हुआ ढाबा

पुलिस की कार्रवाई सही हो सकती है, लेकिन सवाल खड़े होते है कि युवराज रिकार्डेड बदमाश था। उसने बिना अनुमति ढाबा बनाया था। वह अवैध शराब बेच रहा था और ढाबे पर असामाजिक तत्वों का जमघट लगा रहता था तो पुलिस अब तक क्या कर रही थी। नगर निगम से मिलकर कार्रवाई पहले क्यों नहीं की।

गुंडों पर शिकंजे के लिए मुहिम

हालांकि गुंडों की संपत्ति नेस्तानाबूत करने की पुलिस काफी समय से मुहिम चला रही है। सीएसपी शुक्ला के अनुभाग में 29 मकान-दुकान तोड़े गए हैं। महाकाल क्षेत्र विकास के लिए 350 मकान हटाने में भी उनकी सराहनीय भूमिका रही है। वहीं शहर में भी करीब 60 बदमाशों के मकान तोड़े गए है। सीएसपी शुक्ला ने कहां गुंडागर्दी सहन नहीं की जाएगी। एसपी के आदेश पर पुन: बदमाशों के विरुद्ध यह मुहिम चलाएंगे।

इनका कहना

मामले में युवराज आदि ने तलवार से हमला किया था। घायल पिता-पुत्र की रिपोर्ट पर उनके खिलाफ धारा 307 का केस दर्ज किया है। युवराज घायल है, लेकिन उसकी ओर से रिपोर्ट दर्ज नहीं है। -जीवनसिंह डिंडोर, टीआई चिंतामण थाना

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