महाकाल दर्शन के लिए खर्चा करो
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में आगामी 25 जुलाई से श्रावण मास शुरू हो रहा है, जिसके चलते बड़ी संख्या में देश-विदेश से भगवान महाकाल के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु आएंगे। लेकिन मंदिर की ऑनलाइन बुकिंग सर्वर पिछले 3 दिनों से डाउन चल रहा है। जिसके चलते श्रद्धालुओं की बुकिंग नहीं हो पा रही है और उनको 250 रुपए शीघ्र दर्शन टिकट खरीद कर भगवान महाकाल के दर्शन करना पड़ रहे हैं। वहीं श्रावण के पहले सोमवार की आनलाइन बुकिंग फुल हो गई है। अब टिकट के माध्यम से श्रद्धालुओं को दर्शन करना होंगे।
महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं को ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से प्रवेश दिया जाता है अथवा 250 रुपए टिकट खरीद कर प्रवेश करना पड़ता है। लेकिन विगत 3 दिन से महाकालेश्वर मंदिर का ऑनलाइन बुकिंग सर्वर डाउन होने से श्रद्धालुओं को बुकिंग करवाने में परेशानी आ रही है। बताया जाता है कि श्रद्धालु बुकिंग कराने के लिए वेबसाइट खोल रहे हैं लेकिन उनकी कभी बुकिंग हो जाती है तो कभी नहीं। जिसके चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु 250 शीघ्र दर्शन टिकट खरीद कर महाकाल दर्शन करने को विवश हो रहे हैं।
मंदिर को 250 रुपए शीघ्र दर्शन टिकट से प्रतिदिन 20 लाख रुपए से अधिक की आय हो रही है। लेकिन उन मध्यम वर्गीय श्रद्धालुओं की ओर किसी का भी ध्यान नहीं है जो कि ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से भगवान महाकाल के दर्शन करना चाहते हैं। उनको 250 रुपए का शीघ्र दर्शन टिकट खरीदने पर विवश किया जा रहा है। कोठी स्थित एनआईसी शाखा द्वारा इसका रिपेयरिंग का काम किया जाता है। लेकिन इनके द्वारा भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है और मंदिर की आईटी शाखा के प्रभारी और कर्मचारी भी हाथ पर हाथ धरकर बैठे हुए हैं।
आगामी 25 जुलाई से श्रावण मास लग जाएगा और भगवान महाकाल की श्रावण मास की पहली सवारी दूसरे ही दिन 26 जुलाई को निकाली जाएगी। श्रद्धालुओं द्वारा 26 और 27 जुलाई की ऑनलाइन बुकिंग कर ली गई है। पूरे सातों स्लॉट 3500-3500 श्रद्धालुओं से फुल हो चुका है। जिसके चलते केवल 250 रुपए शीघ्र दर्शन टिकट से ही भगवान महाकाल के दर्शन दोनों दिन श्रद्धालुओं को मिल पाएंगे। ज्ञातव्य रहे कि मंदिर प्रशासन ने केवल 3500 श्रद्धालुओं को ही प्रति दिन ऑनलाइन बुकिंग करने की सुविधा प्रदान की है। हालांकि श्रावण मास के दौरान इनकी संख्या बढ़ाने पर मंदिर प्रशासन विचार कर रहा है।