जिला प्रशासन द्वारा बिना मास्क के घूम रहे 1200 से अधिक लोगों पर कार्रवाई की गयी। जिस तरह से कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। उस मान से अब प्रशासन को सख्ती करना बहुत जरूरी हो गया है। अन्यथा जिस तरह से प्रदेश के अन्य जिलों में रात का कफ्र्यू लागू हो गया है उससे उज्जैन जिला भी अछूता नहीं रहने वाला है। जो लोग बिना मास्क के सडक़ों पर घूम रहे हैं। वास्तव में वह समाज के दुश्मन हैं। वह खुद तो महामारी से ग्रसित हो ही रहे हैं साथ ही साथ पूरे समाज में बीमारी फैला भी रहे हैं। ऐसे लोगों पर सख्ती से कार्रवाई किया जाना बेहद जरूरी है। प्रशासन द्वारा स्पाट फाइन भी वसूला जा रहा है। किन्तु अभी इस मामले में कई दुकानदार लापरवाह हो गये हैं। प्रशासन को चाहिए कि दुकानदारों को चेतावनी देते हुए स्पष्ट रूप से निर्देश दे दे की दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाना अतिआवश्यक रहेगा। कई दुकानों पर सोशल डिस्टेेंसिंग के नियम का पालन नहीं किया जा रहा है। जो आने वाले समय में बहुत घातक सिद्ध होगा। जिस तरह से देश और दुनिया का माहौल कोरोना को लेकर निर्मित हो रहा है उसे नियंत्रित करने के लिये कितनी भी सख्ती की जाये वह जरूरी है।