दो साल से चल रहा था गोरखधंधा, छह घंटे में नेस्तानाबूत
उज्जैन,अग्निपथ। मक्सीरोड के एक गांव में दो साल से नकली घी और मावा बनाने की फैक्ट्री चल रही थी। सूचना पर छापा मारने पहुंची टीम बड़ी मात्रा में नकली घी और मावा मिलने और खाद्य सामग्री बनाने के आधुनिक उपकरण देख भौचक रह गई। टीम ने छह घंटे तक कार्रवाई कर लाखों रुपए का माल जब्त करने के बाद फैक्ट्री को जमीदोंज करना शुरू कर दिया।
एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला को उंडासा में चंद्रशेखर मार्ग निवासी हार्दिक पिता रणछोड़ मोदी द्वारा अपनी अष्टमूर्ति फूड फैक्ट्री में नकली मावा और घी बनाने की सूचना मिली थी। नतीजतन पुलिस प्रशासन व खाद्य सुरक्षा विभाग ने शुक्रवार दोपहर 12 बजे छापा मारा।
यहां भारी मात्रा में नकली घी और मावा व खाद्य सामग्री बनाने के आधुनिक उपकरण मिलने और दो साल से फैक्ट्री चलने का पता चलते ही कलेक्टर आशीष सिंह व एसपी शुक्ला भी मौके पर पहुंच गए। पता चला मोदी दो साल से गोरखधंधा कर रहा था।
यहां से माल जब्त करने के बाद टीम ने मोदी के भागीदार शुभम पिता संतोष राठौर के गांव में ही स्थित घर पर भी तलाशी ली। यहां भी 315 किलो नकली घी जब्त हुआ। शाम 6 बजे तक कार्रवाई प्रशासन ने सामान जब्ती के बाद फैक्ट्री को धाराशायी करना तय कर जेसीबी चलवाना शुरू कर दी। संभवत: शनिवार तक प्रशासन फैक्ट्री पूरी तरह से जमीदोंज कर देगा।
चार लाख मावा-घी जब्त
कार्रवाई के दौरान टीम ने फैक्ट्री से 600 किलो नकली मावा, 150 किलो घी, 180 किलो वनस्पति घी,120 किलो स्कीम्ड मिल्क पावडर, 4 किलो स्टार्च के साथ १० इलेक्ट्रिक भट्टी, दूध स्टोरेज के आधुनिक उपकरण मिले। जब्त सामान की कीमत करीब 2,67,273 रुपए है। वही राठौर के घर से 1,18,914 रुपए का 315 किलो घी जब्त हुआ है। खाद्य एवं सुरक्षा विभाग ने घी और मावे के 8 सैंपल लेने के बाद जब्त सामग्री फिलहाल मोदी को ही सौंप दी।
सैंपल भराया तो बदला नाम
बताया जाता है मोदी पूर्व में शुद्ध फूड के नाम से घी बना रहा था, लेकिन करीब दो साल पहले नकली घी बनाने की सूचना पर खाद्य सुरक्षा विभाग ने सेंपल भरा तो उसने अष्टमूर्ति के नाम से प्रोडक्शन शुरू कर दिया। सूचना पर एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी, एएसपी अमरेंद्र सिंह, सीएसपी पल्लवी शुक्ला, एसडीएम जगदीश मेहरा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी शैलेष कुमार गुप्ता, बसंत दत्त, बीएस देवलिया व बाबूलाल डोडिया ने छापा मारकर गोरखधंधे को नेस्तानाबूत कर दिया।