जय गुरुदेव समिति ने कराया अंतिम संस्कार
उज्जैन, अग्निपथ। उत्तरप्रदेश के वृद्ध ने शुक्रवार तडक़े जय गुरुदेव आश्रम की बाथरुम का दरवाजा बंदकर गमचे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। दरवाजा तोडक़र उसका शव बाहर निकाला गया।
पंवासा थाने के एएसआई सुरेश शर्मा ने बताया कि पिंगलेश्वर में जय गुरुदेव आश्रम में उत्तरप्रदेश के सुल्तानपुर से आये रामशंकर पिता रामफल रावत (51) बाथरुम का दरवाजा बंदकर पानी के पाइप से लटक फांसी लगाई थी। सुबह आश्रम के श्रद्धालु नहाने के लिये बाथरुम तक पहुंचे तो दरवाजा नहीं खुला। काफी देर बाद पुलिस को सूचना दी गई और दरवाजा तोडक़र शव फंदे से उतारा गया।
जांच के लिये एफएसएल अधिकारी डॉ. प्रीति गायकवाड़ को बुलाया गया। मृतक के सिर पर चोट का निशान था। संभवत: फंदा गले में डालने के बाद हुई झटपटाहट से उसे चोट लगी थी। पूछताछ के दौरान सामने आया कि रमाशंकर के परिवार में सगा कोई नहीं है। वह आश्रम में आता जाता रहता था।
कुछ दिन पहले ही आया था, उसके बाद से वह मरने की बात कहता रहता था। उसने एक दिन पहले भी फांसी लगाने का प्रयास किया था। एएसआई शर्मा के अनुसार मामले में मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया गया है। परिवार का कोई नहीं होने पर आश्रम की समिति ने उसका अंतिम संस्कार किया है।