11 साल पहले भागी किशोरी दो बच्चों की मां बनने के बाद मिली

सात साल पहले दर्ज हुआ था अपहरण का केस, शादी के दबाव में गई थी

उज्जैन,अग्निपथ। जीवाजीगंज सीएसपी एआर नेगी की टीम ने 11 साल से लापता किशोरी को शुक्रवार को खोज लिया। सात साल पहले अपहरण में तब्दील हुए केस की पीडि़ता पुलिस को दो बच्चों की मां के रूप में मिली है। वह नाबालिग अवस्था में शादी का दबाव डालने पर घर से गई थी और बालिग होने पर विवाह कर अब पति व बच्चों के साथ यहीं रहती है।

कमल कॉलोनी निवासी 16 वर्षीय अंकिता (परिवर्तित नाम) 7 जुलाई 2009 को घर से चली गई थी। चिमनगंज पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर खोजबीन की। नहीं मिलने पर पुलिस मामले को भूल गई थी, लेकिन वर्ष 2014 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा लापता बच्चों के मामलों में अपहरण का केस दर्ज तलाशने के आदेश दे दिए। इस पर पुलिस ने अंकिता का भी केस दर्ज कर फिर खोजबीन शुरू की। नहीं मिलने पर सीएसपी एआर नेगी के समक्ष मामला आया तो उनके कार्यालय में पदस्थ प्रधान आरक्षक द्वारिका प्रसाद व धनेश ने अंकिता के रिश्तेदारों को तलाशा।

उनसे मोबाइल नंबर पता कर अंकिता से संपर्क कर शुक्रवार को बुलाया। अंकिता (27) ने महिला डेस्क की एसआई मधु बंसल को बताया कि किशोर अवस्था में शादी का दबाव बनाने पर चली गई थी। बाद में इंदौर में रिश्तेदारों के पास पहुंच गई। उन्होंने बालिग होने पर कमल से शादी कर दी। तत्पश्चात दो बच्चे होने पर शहर में ही आकर बस गई।

ऐसे पहुंचा सीएसपी के पास मामला

सुप्रीम कोर्ट द्वारा लापता बच्चों के मामले में केस दर्ज करने के आदेश के बाद अपह्रतों को तलाशने के लिए गाइड लाइन तय कि गई थी। इसके चलते प्रकरण दर्ज के चार माह में अपह्रत का पता नहीं चलने पर संबंधित अनुभाग के सीएसपी को मामला सौंपा जाता है। यही वजह है अंकिता का केस सीएसपी नेगी के पास पहुंचा।

महिला थाना एएचटीयू घोषित

सर्वविदित है मावव तस्करी पर अंकुश के लिए एएचटीयू (एंटी हयूमन ट्रेफिक यूनिट) काम करती है। अब सभी जिलों में इस यूनिट की जिम्मेदारी महिला थानों को सौंपने के आदेश दिए गए हैं। इसके चलते चार माह में सीएसपी भी लापता बच्चों को नहीं तलाश पाते हैं तो केस इस यूनिट को सौंपने के नियम है।

इनका कहना है..

11 साल पहले लापता किशोरी के मामले में 2014 में अपहरण का केस दर्ज किया गया था। अपहर्ता अपने दो बच्चों के साथ मिली है। वह शादी के दबाव में घर से गई थी और बालिग होने पर उसका रिश्तेदारों ने विवाह करवा दिया था। -एआर नेगी, सीएसपी जीवाजीगंज अनुभाग

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