उज्जैन,अग्निपथ। राजाधिराज भगवान महाकाल श्रावण माह के प्रथम सोमवार को राजसी ठाठ-बाट से अपनी प्रजा को दर्शन देने के लिए नगर भ्रमण पर निकले। भगवान ने श्री मनमहेश के रूप में दर्शन दिये। सवारी निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान के श्री मनमहेश स्वरुप का पूजन-अर्चन कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार, अपर कलेक्टर अवि कुमार द्वारा किया गया। पूजन प. घनश्याम शर्मा एवं आशीष पुजारी द्वारा सम्पन्न करवाया गया। वहीं पालकी निकलने से पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सपरिवार नंदीहाल में बैठकर रूद्राभिषेक किया।
प्रतिवर्ष भगवान महाकाल की सवारी देखने को लेकर शहर की प्रजा में अभूतपूर्व उत्साह रहता है। सुबह से ही भगवान महाकाल के दरबार में लोगों की भारी भीड़ एकत्रित हो गई थी, लेकिन सवारी निकलने से पहले प्रशासन ने पूरा क्षेत्र खाली करवा लिया था।
अपराह्न 11 बजे मंदिर के सभी गेट बंद कर दिए गए थे। पालकी पूजन के पश्चात भगवान श्री मनमहेश की पालकी को कलेक्टर एवं अध्यक्ष श्री सिंह, पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार, मंदिर के पुजारी, पुरोहित आदि ने कन्धा देकर नगर भ्रमण के लिये रवाना किया। मंदिर के मुख्य द्वार शहनाई गेट पर पुलिस बल के जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर के पश्चात सवारी ने नगर भ्रमण की ओर प्रस्थान किया।
महाकाल हरसिद्धि की भेंट में जमकर आतिशबाजी
सवारी में सीमित संख्या में पंडे पुजारी और पुरोहितों को शामिल किया गया था। सवारी शहनाई गेट से होते हुए बड़ा गणेश नरसिंह आश्रम से रामघाट पहुंची। यहां पर पुजारी आशीष गुरु ने मां शिप्रा के जल से भगवान के पैर पखारे। मुख्य अतिथि के रूप में मेला प्राधिकरण अध्यक्ष माखनसिंह उपस्थित थे। पश्चात सवारी वापसी के लिए हरसिद्धि के पाल होते हुए हरसिद्धि मंदिर पहुंची।
यहां पर आतिशबाजी के बीच भगवान की सवारी का स्वागत किया गया और हरसिद्धि मंदिर के पुजारियों द्वारा मनमहेश की आरती कर भव्य स्वागत किया गया। आरती पश्चात बड़ा गणेश मंदिर से होते हुए सवारी महाकालेश्वर मंदिर पहुंची। यहां पर पुन: आरती की गई।
बेरिकेड्स के पीछे खड़े होकर सवारी देखी
कोरोना के चलते सवारी में बाहरी जनता के प्रवेश पर रोक लगा रखी थी। लिहाजा सुबह 11 बजे के बाद से श्रद्धालुओं को सवारी प्रवेश मार्ग से बाहर कर दिया था। गली मोहल्लों के प्रवेश द्वारों को बेरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया था। लेकिन सभी बेरिकेड् पर श्रद्धालु भगवान की सवारी के दर्शन के लिए खड़े रहे। श्रद्धालु इस दौरान पुलिस कर्मियों और सुरक्षाकर्मियों से विवाद भी करते रहे। लेकिन इस बार भी उनको सवारी को देखने नहीं दिया गया। केवल एक झलक पाने के लिए श्रद्धालु घंटों बेरिकेडों पर खड़े रहे।
वापसी में भीड़ का सवारी में प्रवेश
रामघाट पर बड़ी संख्या में लोग सवारी के साथ प्रवेश कर गए थे। अन्य दूसरों जगहों से भी लोगों ने प्रवेश कर भीड़ बढ़ा दी थी। हरसिद्धि मंदिर पर बड़ी संख्या में लोगों का जमावड़ा था। हर बार की ही तरह इस बार भी सवारी में वापसी के दौरान लोगों ने प्रवेश कर कोरोना नियमों को दरकिनार करते हुए उल्लास पूर्वक महाकाल हरसिद्धि माता के दर्शन किए। यह भीड़ साथ साथ चलते हुए महाकालेश्वर मंदिर प्रवेश द्वार तक पहुंच गई थी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने किया शिव का रुद्राभिषेक
श्रावण मास के प्रथम दिवस प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने उज्जैन प्रवास के दौरान श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर सपरिवार भगवान महाकाल के दर्शन व रूद्राभिषेक किया। इस दौरान उनकी पत्नि श्रीमती साधना सिंह व दोनों पुत्र कुणाल व कार्तिकेय भी पूजन में सम्मिलित हुए। पूजन शासकीय पुजारी पं. घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में मंदिर के पुजारी व पुरोहितों द्वारा संपन्न कराया गया।
इस दौरान उच्च शिक्षामंत्री मोहन यादव, विधायक पारस जैन, बहादुर सिंह चौहान, कलेक्टर आशीष सिंह, प्रशासक नरेन्द्र सूर्यवंशी, भाजपा नगर अध्यक्ष विवेक जोशी, विशाल राजोरिया आदि उपस्थित थे।
महाकाल की पालकी को कंधे पर उठाकर रवाना करते कलेक्टर आशीष सिंह व एसपी सत्येंद्र शुक्ल।
रूद्राभिषेक के पश्चात भगवान महाकाल की चौखट से मुख्यमंत्री ने सपरिवार आरती की। फिर मुख्यमंत्री ने मंदिर प्रांगण स्थित सिद्धि विनायक मंदिर और साक्षी गोपाल मंदिर के भी दर्शन किए।
उमा भारती ने मीडिया से काटी कन्नी
सुबह 9 बजे के लगभग भाजपा के फायर ब्रांड नेत्री उमा भारती भगवान महाकाल के दर्शन को पहुंची। उन्हें गर्भगृह से भगवान महाकाल का पूजन अभिषेक किया। मीडिया से उन्होंने कन्नी काटने की कोशिश की और कहा कि उन्होंने देश विदेश से कोरोना के खात्मे के लिए प्रार्थना की है। उन्होंने राजनीति मुद्दों के प्रश्न से कन्नी काटते हुए प्रस्थान किया।
स्व. महेश उस्ताद की पुत्री को 11 लाख की सहायता
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा श्री महाकालेश्वर मंदिर के कोरोना से दिवंगत हुए पुजारी महेश शर्मा (उस्ताद) के परिवार को सहायता राशि प्रदान की गई। रूद्राभिषेक के उपरांत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हस्ते श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति 17 जून को आहुत बैठक में हुए निर्णय अनुसार श्री महाकालेश्वर मंदिर के दिवंगत पुजारी श्री महेश शर्मा (उस्ताद) की सुपुत्री सृष्टि शर्मा को श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा 11 लाख की सहायता राशि का चेक प्रदान किया गया ।