मुकुल वासनिक के उज्जैन दौरे को लेकर बुलाई थी कांग्रेस नेताओं की बैठक
उज्जैन। शहर कांग्रेस में इस समय सब कुछ ठीक नहीं है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेश सोनी के व्यवहार से ज्यादातर कांग्रेस नेता नाराज हैं। यहां तक कि उन्हें संरक्षण देने वाले बटुक शंकर जोशी भी अब मानने लगे हैं कि सोनी के व्यवहार ने पूरे शहर में कांग्रेस नेताओं को नाराज कर दिया है।
शनिवार को उज्जैन के प्रभारी कुलदीप इंदौरा आए थे। उनके आगमन की सूचना पर सभी गुटों के कांग्रेस नेता उनसे मिलने शहर कांग्रेस कार्यालय में पहुंचे थे, यहां पहली बार प्रभारी कुलदीप इंदौरा ने बंद कमरे में सदस्यों से अलग-अलग मुलाकात करके उनकी समस्या के बारे में जानकारी ली।
ऐसा पहली बार हुआ है जब प्रदेश के पदाधिकारी ने संगठन के लोगों से वन टू वन चर्चा की और उसमें मौजूदा शहर अध्यक्ष को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया हो। बताया जाता है कि सदस्यों ने बंद कमरे में भी महेश सोनी के व्यवहार और संगठन से जुड़े कई मामलों की जानकारी समय पर नहीं देने का आरोप लगाया। चूंकि प्रभारी अकेले थे, इसलिए सभी नेताओं ने अपनी-अपनी बात को उनके सामने रखा।
बताया जाता है कि महेश सोनी की विदाई की भूमिका इस वन टू वन चर्चा से बन गई है। अब फैसला भोपाल में कमलनाथ को लेना है। कांग्रेस नेताओं की नाराजगी और महेश सोनी का स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की जानकारी प्रदेश कार्यालय को पहले से थी, परन्तु सोनी के संगठन को दिए गए योगदान को देखते हुए संगठन तत्काल फैसला लेने से हिचक रहा है।
उन्हेल में नया विवाद
कांग्रेस जिलाध्यक्ष कमल पटेल के चलते अब उन्हेंल में भी संगठन में नया विवाद शुरू हो गया है। यहां भी एक पदाधिकारी को हटा दिया गया है। इससे संगठन में नया विवाद शुरू हो गया है। दावा किया जा रहा है कि कमल पटेल की निष्क्रियता के चलते कई पदाधिकारियों को पद हटाया जा रहा है।