जेल वार्ड प्रभारी के खिलाफ भी शिकायत, संभागायुक्त करेंगे जांच
उज्जैन,अग्निपथ। झिंझर कांड की आरोपी ने जमानत पर छूटते ही जेल अधीक्षक से लेकर मुख्यमंत्री तक गंभीर शिकायत की है। आरोप लगाया कि जेल में घूस के लिए उसके साथ मारपीट की गई और नहीं देने पर महिला जेल वार्ड प्रभारी से मिलकर जेलर ने उसके साथ जबरदस्ती की है। मामले में मंगलवार को जेल अधीक्षक व संभागायुक्त संदीप यादव ने जांच का कहा है।
फ्रीगंज क्षेत्र स्थित अशोकनगर निवासी युवती को झिंझरकांड में खाराकुआं पुलिस ने जेल भेजा था। हाल ही में जमानत पर छूटी युवती ने सोमवार को मुख्यमंत्री, जेल डीजी, संभागायुक्त यादव, जेल अधीक्षक अलका सोनकर को शिकायत की।
आवेदन में बताया कि जेलर संतोष कुमार लडिय़ा और महिला वार्ड प्रभारी सुनीता चौहान के बीच प्रेम संबंध है। दोनों कैदियों को सुविधा देने के नाम पर मोटी रकम वसूल करते है। नहीं देने पर प्रताडि़त करते है। उसने रुपए देने से मना किया तो चौहान ने उससे मारपीट की ओर रात 11 बजे जेलर लडिय़ा से संबंध बनाने के लिए मजबूर किया।
उसका दावा है कि जेल में लगे सीसी टीवी कैमरे में घटना कैद हैै, जो जांच में सामने आ सकते है। सर्वविदित है 14 नवंबर 2020 को झिंझर (शराब की पोटली) पीने से छत्री चौक में एक दर्जन मजदूरों की मौत हुई थी। मामले में सिर्फ एक महिला आरोपी थी।
स्प्रिट सप्लाय करवाने की आरोपी
शिकायतकर्ता लॉ (कानून) और एमकाम तक शिक्षित है और आरक्षक की परीक्षा भी पास कर चुकी थी। वह इंदौर की एक कंपनी में काम करती थी। लेकिन नौकरी जाने पर माता-पिता के साथ सब्जी बेचने लगी थी। इसी दौरान उसकी झंझरकांड के मुख्य आरोपी और बर्खास्त निगम कर्मचारी सिकंदर से दोस्ती हुई थी। उसे झिंझर के लिए स्प्रिट सप्लाय करने पर आरोपी बनाया गया था।
संपन्न कैदियों को सुविधा का आरोप
शिकायतकर्ता का आरोप है कि जेलर संपन्न कैदियों को सुरक्षित रखने और सुविधा देने के नाम पर मोटी रकम वसूलते हैं। उसने बीड़ी से लेकर शराब तक जेल में दिए जाने के रेट भी लिखे। साथ ही यह भी आरोप लगाया कि जेलर ने लॉक डाउन के दौरान पेरोल देने के नाम पर भी जमकर वसूली की है।
जेलर ने दी सफाई
विगत ढाई साल में मेरी कोई शिकायत नहीं हुई है। एक मामले में शिकायत होने पर जेल अधीक्षक ने जांच कर प्रतिवेदन कलेक्टर को भेज दिया था। आरोप झूठा है। जांच होना चाहिए। – संतोष कुमार लडिय़ा,जेलर
इनका कहना है..
मै व्यस्त था इसलिए शिकायत की जानकारी नहीं है। शिकायत मिलने पर जांच की जाएगी। -संदीप यादव, संभागायुक्त
किसी महिला कैदी के साथ ऐसा होना संभव नहीं है। मै महिला वार्ड का दौरा कर कैदियों से एकांत में पूछताछ करती रहती हूं। अब तक हमारे पास अब तक कोई शिकायत नहीं आई है। शिकायत मिलने पर जांच करेंगे। – अलका सोनकर, अधीक्षक, केंद्रीय जेल भैरवगढ़