उज्जैन, अग्निपथ। इस साल का बारिश का सीजन अब तक के लिए चिंता भरा रहा है। जिले की औसत बारिश का आधा कोटा पूरा हो चुका है लेकिन शहर के मुख्य पेयजल स्त्रोत गंभीर बांध सहित अन्य स्त्रोत अब तक खाली ही पड़े हैं। जिले में हर साल औसत 36 इंच बारिश दर्ज होती है, इस साल अब तक 19 इंच हो चुकी है।
बुधवार शाम को बीते 24 घंटे की स्थिति में शहर में 6 मिली मीटर बरसात दर्ज की गई है। शहर में अब तक 335 मिली मीटर यानि करीब 13 इंच बरसात हो चुकी है। जिले में सबसे ज्यादा बारिश झारडा में दर्ज की गई। यहां 623 मिली मीटर यानि करीब 24 इंच और महिदपुर में अब तक 607 मिली मीटर यानि करीब 23 इंच बरसात दर्ज हो चुकी है। उज्जैन जिले का इस साल का अब तक का औसत 494 मिली मीटर यानि करीब 19 इंच है।
दो दिन से नहीं बढ़ा पानी
शहर के मुख्य पेयजल स्त्रोत गंभीर बांध में पिछले दो दिनों से नए पानी की आवक नहीं हुई है। बुधवार शाम डेम का जलस्तर 476.42 मीटर और जल संग्रहण 292 एमसीएफटी मापा गया है। कैचमेंट एरिया में बारिश नहीं होने की वजह से डेम का जलस्तर ठहर गया है। डेम अब भी 90 प्रतिशत तक खाली है।
अभी उम्मीद भी नहीं
जीवाजीराव वैधशाला के अधीक्षक डा. राजेंद्र प्रकाश गुप्त मानते है कि फिलहाल पश्चिमी मध्यप्रदेश के आसपास बारिश का कोई सिस्टम सक्रिय नहीं है। आने वाले कुछ दिनों में भी अच्छी बारिश जैसी कोई संभावनाएं नहीं दिख रही है। डा. गुप्त बताते हैं कि जिले में बादलों का डेरा बना रहेगा और उमस भी बढ़ेगी लेकिन फिलहाल अच्छी बारिश जैसी कोई संभावना नहीं है।