ट्रेप शिक्षक को रिवर्ड किया,अब जिपं देगा चालान की अनुमति
उज्जैन, अग्निपथ। शाजापुर के एक रिश्वत खोरी के आरोपी शिक्षक ने ट्रेप की जानकारी छिपाकर प्रमोशन ले लिया, लेकिन अभियोजन स्वीकृति मांगने पर पता चलते ही शिक्षा विभाग ने उसे संविलियन कर दिया। अब जिला पंचायत लोकायुक्त को चालान पेश करने की अनुमति देगा।
शाजापुर जिले के मोहन बडोदिया के चक दुधाना आदिवासी आश्रम अधीक्षक रविंद्र मथूरिया को 7 अक्टूबर 2016 को लोकायुक्त ने 10 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा था। लेकिन अभियोजन की स्वीकृति नहीं मिल पा रही थी। वजह मथूरिया को जिला पंचायत ने भर्ती किया था और 1 जुलाई 2018 को बेदाग होने का शपथ पत्र देने पर उसे शिक्षा विभाग में संविलियन किया था। लेकिन लोकायुक्त ने शिक्षा विभाग से अभियोजन स्वीकृति मांगी तो मामला खुल गया।
नतीजतन विभाग ने उसे रिवर्ट कर सादीपुरा हायरसेकेंड्री स्कूल में लेब असिस्टेंट बना दिया। मथूरिया का नियोक्ता जिला पंचायत होने पर अभियोजन स्वीकृति जल्द मिलने की संभावना है, इसके बाद लोकायुक्त कोर्ट में चालान पेश कर सकेंगी।
तीन साल से टाल रहा था विभाग
मामले में लोकायुक्त ने 6 अक्टूबर 2018 को जनपद पंचायत मोहन बड़ोदिया को पत्र लिखकर अभियोजन स्वीकृति मांगी थी। उन्होंने मथूरिया को शिक्षा विभाग को बताकर मना कर दिया। शिक्षा विभाग भी तीन साल तक टालता रहा। वजह मथूरिया को गलत तरीके से पदोन्नत करना था। लोकायुक्त ने संचालनालय को पत्र लिखा तो मामले का खुलासा हुआ और मथूरिया को रिवर्ट करने के साथ अभियोजन स्वीकृति का रास्ता भी साफ हो गया।
अब विभागीय जांच भी शुरू
शाजापुर जिला शिक्षा विभाग के अनुसार अपराधिक प्रकरण की जानकारी नहीं देने पर मथूरिया को शिक्षा विभाग में संविलियिन किया था। लेकिन पता चलने पर प्रमोशन निरस्त कर दिया है। मामले में 27 जुलाई 2021 को लोकायुक्त को जानकारी देकर विभागीय जांच के लिए भी लिख दिया है।
इनका कहना है
मथूरिया को गलत तरीके से दिया प्रमोशन निरस्त कर दिया है। अब उनका नियोक्ता जिला पंचायत है। फिलहाल उन्हे ंसादीपुरा लेब में पदस्थ किया गया है। – उदय भिड़े, जिला शिक्षा अधिकारी शाजापुर
एसपी आज नीमच में सुनेंगे भ्रष्टाचार की शिकायत
लोकायुक्त एसपी शैलेंद्रसिंह चौहान संभाग को भ्रष्टाचार से मुक्त करने के लिए मुहिम चला रहे हैं। इसी के चलते रतलाम के बाद एसपी चौहान 29 जुलाई को 1 से 3 बजे तक नीमच में सर्किट हाउस पर कैंप लगा रहे है। यहां वह खुद भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत सुनकर कार्रवाई तय करेंगे।