उज्जैन संभाग के ढाबों पर जहरीली शराब बिक रही है। ढाबों से शराब लेकर पीने से पिछले दिनों मंदसौर-नीमच जिले से होकर सांवलिया सेठ और श्री खाटू श्याम जा रहे मध्यप्रदेश के दो युवकों की मौत हो चुकी है। इसके पहले मंदसौर में भी करीब 6 लोग जहरीली शराब से मौत के मुंह में समा चुके हैं। एक दिन पहले इंदौर के एक बार में भी शराब पीने के बाद कुछ लोगों के तबीयत बिगडऩे की जानकारी सामने आई है।
सभी घटनाओं के पीछे एक ही कारण सामने आ रहा है और वो ही अवैध शराब। संभाग में शासकीय दुकानों के अलावा भी शराब का बिक्रय धड़ल्ले से हो रहा है। यह लोग कम कीमत में ब्रांडेड शराब उपलब्ध कराते हैं। सरकारी दुकानों पर बेतहाशा महंगी शराब होने के कारण शराब प्रेमी इन दो नंबर वालों की ओर आकर्षित होते हैं और जान खतरे में डालत थे।
इन दो नंबर में शराब बेचने वालों का प्रमुख ठिकाना हाईवे पर स्थित तमाम ढाबे हैं। हाईवे पर कई ऐसे ढाबे हैं जिनके डिस्प्ले में कोल्ड्रिंक्स, अंडे और पानी-सोड़ा आदि सजें हो, तो समझ जाइये यहां पीने-पिलाने की पूरी व्यवस्था है।
यह लोग कम कीमत में शराब उपलब्ध कराते हैं, इस कारण शहरी युवा भी ढाबों के प्रति ज्यादा आकर्षित हैं। मौतों के बाद रतलाम, देवास, मंदसौर, नीमच पुलिस ने तो ढाबों की जांच शुरू कर दी है। उज्जैन में भी जांच शुरू होना चाहिए।
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