उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम में एक और अपर आयुक्त की पदस्थापना हो गई है। बड़वानी नगर पालिका में सीएमओ रहे राधेश्याम मंडलोई ने अपर आयुक्त के रूप में गुरुवार को उज्जैन नगर निगम में ज्वाइन भी कर लिया है। पिछले कार्यकाल में आने-जाने के लिए टेंपो सुविधा और रहने के लिए रैन बसेरा मांगने वाले इस अधिकारी को ज्वाइन करते ही इस बार चैंबर मिल गया।
राधेश्याम मंडलोई ने गुरुवार दोपहर नगर निगम में आमद दी। आते ही उन्होंने आयुक्त क्षितिज सिंघल से मुलाकात की और इसके तत्काल बाद ही आयुक्त ने उन्हें अब तक उपायुक्त सुबोध जैन द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा चैंबर उपलब्ध करवा दिया। राधेश्याम मंडलोई पूर्व महापौर रामेश्वर अखंड और नगर निगम आयुक्त विवेक श्रोत्रिय के कार्यकाल में भी करीब 9 महीने तक बतौर उपायुक्त उज्जैन नगर निगम में पदस्थ रह चुके हैं। तब इन्हें नगर निगम से न तो आवास मिला था और न ही आने-जाने के लिए गाड़ी मिल सकी थी।
महापौर और आयुक्त को एक लेटर लिखकर आने-जाने के लिए टेंपो उपलब्ध कराने और आवास के लिए रैन बसेरा में रहने की अनुमति मांगकर वे खासे चर्चाओं में आ गए थे। हालांकि तब राधेश्याम मंडलोई ज्यादा समय तक उज्जैन में पदस्थ नहीं रह सके थे। संभावना है कि सोमवार तक उन्हें उज्जैन नगर निगम में कोई नया दायित्व मिल सकता है।
अब हुए चार, दो की बिदाई तय
उज्जैन नगर निगम में अपर आयुक्त के दो ही पद स्वीकृत हैं। इसके विरूद्ध यहां मनोज पाठक, आर.पी. मिश्रा, गणेश धाकड़ और राधेश्याम मंडलोई सहित 4 अपर आयुक्त हो चुके हैं। नगरीय प्रशासन विभाग से जुड़े सूत्र बताते हैं कि आने वाले सप्ताह में उज्जैन नगर निगम से अपर आयुक्त मनोज पाठक और आर.पी. मिश्रा की बिदाई हो सकती है। मनोज पाठक पिछले 8 साल से उज्जैन में ही पदस्थ हैं।