जावरा। विद्युत वितरण के कर्मचारियों ने अखबार में अपनी गलती उजागर होने के बाद उसे सुधार लिया है। जहां एक ओर लंबे समय से टूटे बिजली के खंबे को बद दिया गया है तो दूसरी ओर हाईटेंशन लाइन से टकराकर खतरे को न्योता दे रहे बबूल के पेड़ की डालियां भी छांट दी है।
दरअसल ग्राम नवेली में पिछले दो सालों से बिजली का पोल पूरी तरह टूट चुके था जो केवल केवल के सहारे हुआ था। अगर चलती लाइन में खम्भा टूट के नीचे गिर जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था हालांकि रहवासियों ने इसकि शिकायत कई बार जिम्मेदार विभाग को कि थी लेकिऩ किसी ने इस और ध्यान नही दिया था। इस संबंध में 29 जुलाई के अंक में दैनिक अग्निपथ ने समाचार प्रकाशित कर खतरे से आगाह किया था।
समाचार प्रकाशित होते ही बिजली विभाग के जिम्मेदार हरकत में आ गए और मौके पर पहुंचकर क्षतिग्रस्त बिजली के पोल को निकाल कर दूसरा लगा दिया गया।
वहीं ग्राम लोद में जावरा मार्ग पर स्थित ग्रिड के सामने ही खेत किनारे स्थित बबूल के पेड़ के पास से 33 हज़ार केवी लाइन निकल रही है। जिसके तार हवा के कारण बबूल की डालियों से टकराने पर आए दिन चिंगारियां निकल रही थी। जिससे कृषक को भय व्याप्त था। जिसकी शिकायत करने के बाद भी विद्युत विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे थे।
इसके तकलीफ और किसानों के डर को भी दैनिक अग्निपथ ने प्रमुखता से गुरुवार को खबर प्रकाशित कर उजागर किया था। जिसके बाद विभाग हरकत में आया और बबूल की झाडिय़ों को काट कर अलग किया गया।