जावरा/पिपलौदा। कोविड-19 का टीका लगा नहीं और मोबाइल फोन पर ग्रामीण को टीके की पहली डोज लगने का मैसेज मिल गया। सिर्फ इतना ही नहीं टीका लगाने का बाकायदा सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया गया।
रतलाम जिले के पिपलौदा तहसील के ग्राम रानीगांव निवासी रमेश पाटीदार के मोबाइल फोन पर 26 जुलाई को कोरोना टीका की पहली डोज लगने का मैसेज आया तो वह हैरान हो गया। हैरानी इस बात की थी कि आखिर अभी तक टीका लगा ही नहीं तो मैसेज कैसे आ गया।
रमेश पाटीदार का कहना है कि उन्होंने 26 जुलाई को कोविड वैक्सीन लगाने के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुक करवाया था और उसके बाद वह टाउनहॉल जावरा वैक्सीन सेंटर पर टीका लगवाने गया था। वहां से यह कह कर वापस भेज दिया था कि आज आपकी वैक्सीन नहीं लगेगी क्योंकि ऑनलाइन स्लॉट बुक किया था उसका नम्बर 200 के बाद है। जबकि इतने डोज नहीं आए हैं।
यह बात सुनकर रमेश पाटीदार वापस घर आ गया। जिसके बाद शाम को रमेश पाटीदार को मोबाइल पर एक मैसेज आया जिसे देखकर वो हैरान रह गया। मैसेज में लिखा हुआ था कि आप को कोविड वैक्सीन की पहली खुराक सफलता पूर्वक लग चुकी है। जिसका ऑनलाइन सर्टिफिकेट जारी होने कि लिंक भी भेज दी गई। उस लिंक से जब उन्होंने सर्टिफिकेट डाउनलोड किया तो उसे देखकर उनकी हैरानी और भी बढ़ गई। सर्टिफिकेट पर बाकायदा उनका नाम, मोबाइल नंबर आदि दर्ज है।
सर्टिफिकेट के मुताबिक रमेश पाटीदार को टाउन हॉल जावरा पर टीका लगाया गया है और उन्हें सरिता जाधव ने टीका लगाया है। सर्टिफिकेट पर उस दिन बाद अगला डोज लेने की जानकारी भी दर्ज की गई है। उन्हें कोविशील्ड नामक वैक्सीन दिए जाने की जानकारी सर्टिफिकेट में दर्ज है। इस पूरे मामले में जावरा स्वास्थ्य अधिकारी दीपक पहाडिय़ा से बात करना चाही गई लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नही किया। जब एसडीएम हिमांशु प्रजापति जावरा से चर्चा कि तो उन्होंने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है मैं दिखवाता हूं।
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