नलखेड़ा। पेंशनर्स भी अपनी विभिन्न मांगें पूरा होने से परेशान हैं। तहसील पेंशनर्स संघ नलखेड़ा ने भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम गुरुवार को एक ज्ञापन सौंपा।
तहसीलदार के रीडर रामचंद्र गायरी को दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि प्रदेश के 4 लाख 50 हजार पेंशनर्स परिवार वर्तमान में आर्थिक विपरीत परिस्थिति एवं कठिनाइयों में जीवन यापन कर रहे हैं। जिसका कारण पेंशनर्स की लंबित आर्थिक मांगों का निराकरण नहीं किया जाना है। इस संबंध में लगातार मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री के नाम ज्ञापन धरना आदि के माध्यमों से निराकरण किए जाने का पेंशनर्स एसोसिएशन अनुरोध करता रहा है।
इसके बावजूद पेंशनर्स की न्यायोचित मांगों के प्रति उदासीन एवं संवेदनहीन सरकाराी रवैये के कारण पेंशनर्स में सरकार के प्रति असंतोष है। मार्च 2020 से अभी तक कोरोनावायरस के दौरान हजारों पेंशनर साथियों की कोरोना महामारी से मृत्यु हुई है। कई अभी भी कोरोना की महामारी से संघर्ष कर रहे हैं। इलाज के दौरान उनका पांच से 10 लाख रुपए तक का व्यय हुआ है। इस कारण पेंशनर्स संकट में हैं।
ऐसी विकट स्थिति में शासन को पेंशनर्स के आर्थिक स्वत्वो, देय, महंगाई राहत एवं एरियर्स भुगतान आदेश किए जाने की आवश्यकता है ज्ञापन में बताया गया कि हमारी लंबित मांगों के प्रति सहानुभूति पूर्वक विचार कर निराकरण करें।
ज्ञापन देने के मौके पर पेंशनर संघ के तहसील अध्यक्ष शब्बीर खां अजमेरी, अब्दुल जलील खान, सचिव रमेश दुबे, गिरजाशंकर शर्मा, विष्णुप्रसाद चतुर्वेदी, शिवनारायण गोठी, मनोहरलाल चौरसिया राधेश्याम परमार, डॉक्टर सत्तार अजमेरी, लेखराम भाटी, मकवाना जी, अब्दुल सत्तार शाह आदि सदस्य उपस्थित थे।