चंद दिनों के आराम के बाद अब कोरोना की वापसी फिर हो गई है। बुधवार को एक मरीज के साथ शहर में कोरोना के कदम फिर बढऩे लगे हैं। इंदौर में भी बुधवार को 7 नए मरीज मिले हैं। वहीं पूरे देश में एक दिन में 43 हजार 159 कोरोना मरीज मिले हैं। पूरे देश में एकसाथ कोरोना मरीजों का मिलना कहीं न कहीं किसी आशंका के संकेत हैं। पिछले दिनों में कोरोना के मरीज मिलना एकदम बंद हो गए थे। धीरे-धीरे सब अनलॉक हुआ।
दो महीने पहले मौज के बीच से लौटे हम भी कोरोना के मरीज नहीं मिलने से इतने लापरवाह हो गए थे, मानों कोरोना जैसी कोई बीमारी अब हमारे बीच है ही नहीं। न मास्क, न सोशल डिस्टेंसिंग, न सेनिटाइजेशन, सब कुछ कोरोना के पहले जैसा हो गया था। बाजारों में भीड़, खुले में खानपान, घूमना-फिरना, पर्यटन क्षेत्रों में भारी भीड़ सहित वो सब कुछ जारी था, जो कोरोना के फलने-फूलने में मददगार है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन, इंडियन मेडिकल कौंसिल ने चिंता जताई, देश के प्रधानमंत्री ने भी लोगों के हाथ जोड़े, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। अंतत: उन हालातों की आहट शुरू हो गई, जिसका हमें भय था। कोरोना का तीसरा दौर, दूसरे से भी भयानक होगा इसकी चेतावनी स्वास्थ्य सर्वे एजेंसियां दे चुकी है। अब ऐसे में हम बाबा महाकाल से सिर्फ प्रार्थना ही कर सकते हैं- हे! महाकाल सब की रक्षा करना।