नई दिल्ली। भारत को ब्रिटिश सरकार द्वारा एशियाई और राष्ट्रमंडल देशों को एक करोड़ वैक्सीन दान के लिए घोषित लाभार्थियों की सूची से बाहर रखा गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “हमने अभी हाल ही में यूके सरकार द्वारा राष्ट्रमंडल और एशियाई देशों को एक करोड़ टीके दान करने की घोषणा देखी है। जहां तक मेरी जानकारी है, वह घोषणा भारत को कवर नहीं करती है।”
आगे उन्होंने कहा कि हम और ब्योरे का पता लगा रहे हैं। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता में कहा कि हम निश्चित रूप से अपडेट साझा करेंगे।
ब्रिटेन इस सप्ताह महामारी से निपटने में मदद करने के लिए कम आय वाले देशों के लिए दुनिया भर में COVID-19 टीके देना शुरू करेगा। विदेश सचिव डॉमिनिक रैब ने बुधवार को इसकी घोषणा की थी।
COVAX को 50 लाख खुराक की पेशकश की जा रही है। जो COVID-19 टीकों की समान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए विश्वव्यापी योजना है। इन टीकों को एक आवंटन प्रणाली के माध्यम से तत्काल वितरित किया जाएगा। यह उन देशों को टीके पहुंचाने को प्राथमिकता देता है, जिन्हें उनकी सबसे अधिक आवश्यकता है। अन्य 40 लाख खुराक सीधे साझा की जाएंगी। इनमें इंडोनेशिया के साथ 6 लाख, जमैका के साथ 3 लाख और केन्या के लिए 8 लाख 1 हजर खुराक दिए जाएंगे।
दान की जा रही खुराक ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन हैं, जो ऑक्सफोर्ड में ऑक्सफोर्ड बायोमेडिका द्वारा बनाई गई हैं और वेरेक्सहैम, उत्तरी वेल्स में पैक की गई हैं।