उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में शनिवार, रविवार और सोमवार को चारधाम मंदिर से श्रद्धालुओं को महाकाल दर्शन के लिए प्रवेश कराने की योजना बनाई गई थी , लेकिन पहले ही दिन शनिवार को योजना फेल हो गई। अधिकारियों ने ताबड़तोड़ व्यवस्था को बदलते हुए सुबह 5.30 बजे से फिर से बड़ा गणेश मंदिर से श्रद्धालुओं का प्रवेश शुरू करवाया। वहीं तीन दिन मंदिर परिसर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन नई दर्शन व्यवस्था तैयार की जाती है। पिछले हादसे से सबक लेते हुए जिला प्रशासन ने शनिवार, रविवार और सोमवार को चार धाम से लगे हुए बैरिकेट्स से होते हुए महाकाल धर्मशाला के पीछे से होते हुए शंख द्वार से प्रवेश करवा कर दर्शन कराने की योजना को अमलीजामा पहनाया था। लेकिन नई दर्शन व्यवस्था पहले ही दिन अमलीजामा नहीं पहन सकी।
शनिवार सुबह 5 बजे श्रद्धालुओं को चार धाम मंदिर से लाइन में लगाया गया था। यहां से होते हुए श्रद्धालुओं को शंख द्वार भेजा जा रहा था। लेकिन किन्ही कारणों से यह योजना फेल हो गई और पुन: व्यवस्था को पूर्व की तरह लागू करते हुए जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं को बड़ा गणपति मंदिर के बैरिकेड्स से प्रवेश देकर चार नंबर गेट से होते हुए दर्शन करवाए। हालांकि मंदिर के अधिकारी इस बात का खुलासा नहीं कर रहे हैं कि किन कारणों से चार धाम मंदिर से प्रवेश व्यवस्था को बंद किया गया है। लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ कम होने और तकनीकी खामियों के चलते इस नई व्यवस्था को लागू होने से पहले ही बंद करवा दिया गया।
6 नंबर गेट से होते हुए निर्गम से निकासी
शनिवार को ऑनलाइन बुकिंग श्रद्धालुओं और 250 रुपए शीघ्र दर्शन टिकट धारियों को बड़ा गणेश मंदिर के सामने के बेरिकेड्स से प्रवेश कराते हुए चार नंबर गेट से होते हुए पांच नंबर गेट की जगह 6 नंबर गेट से महानिर्वाणी अखाड़े के सामने से होते हुए कार्तिकेय मंडपम और यहां से गणपति मंडप में प्रवेश दिया जाता रहा। वीआईपी श्रद्धालुओं को 4 नंबर गेट के निर्गम से प्रवेश दिया गया। सभी श्रद्धालुओं को मंदिर के पीछे बने निर्गम गेट से निकाला जाता रहा। इस तरह श्रद्धालुओं को प्रवेश और निर्गम की व्यवस्था करा कर भीड़ नियंत्रण का प्रयास किया गया।
पैसों के लेनदेन को लेकर पुलिसकर्मियों में विवाद
जानकारी में आया है कि वीआईपी प्रवेश द्वार पर लगे हुए तीन पुलिसकर्मियों में फर्जी पाइंट निकालने को लेकर मारपीट हो गई। इसकी शिकायत एसपी के पास भी पहुंची थी। रजिस्टर में लिखने वाले पुलिस कर्मी और पाइंट निकालने वाले पुलिस कर्मियों को वहां से शिकायत के बाद हटा दिया गया। वहीं एक वरिष्ठ पुजारी का विवाद भी अपने श्रद्धालुओं को वीआईपी गेट से प्रवेश कराने को लेकर प्रोटोकॉल कर्मचारी से हो गया था। बाद में मामला शांत करते हुए प्रोटोकॉल में नाम लिखा कर श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया गया। इस गेट पर जमकर सख्ती रही।
तीन दिन मंदिर प्रांगण में नहीं घूम सकेंगे दर्शनार्थी
शनिवार को कलेक्टर के निर्देश के बाद मंदिर प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी ने सहायक प्रशासक पूर्णिमा सिंघी को शनिवार, रविवार और सोमवार को मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं के प्रवेश को प्रतिबंधित करने के निर्देश प्रदान किए। लिहाजा बैरिकेड नंदीहाल रैंप चैनल गेट के सामने लगाते हुए श्रद्धालुओं को यहीं से मंदिर प्रांगण में प्रवेश न देते हुए सीधे निर्गम गेट की ओर निकाला जाता रहा। बताया जाता है कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को दृष्टिकोण रखते हुए मंदिर प्रांगण में तीन दिन श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। हालांकि मंदिर परिसर में स्थित मंदिरों के पुजारियों ने इस पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि केवल मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं की भीड़ बढऩे से कोरोना फैलेगा। जबकि शहरभर में भीड़ हो रही है। इस पर लगाम लगाए जाने की जगह मंदिर में प्रतिबंध लगाया जा रहा है।
टीवी एक्ट्रेस रूपाली गांगुली पहुंची दरबार
टीवी एक्ट्रेस और नाटकों में काम करने वाली अभिनेत्री रूपाली गांगुली ने शनिवार को भगवान महाकाल के दर्शन किए। बताया जाता है कि रूपाली गांगुली ने स्टार प्लस द्वारा आयोजित सीरियल संजीवनी में डॉक्टर सिमरन चौपड़ा का रोल निभाया है। वहीं सीरियल साराभाई वर्सेस साराभाई में मोनीषा साराभाई का रोल प्ले किया है। उन्होंने बिग बॉस में सन 2006 में भी पार्टिसिपेट किया था।