ग्रामीणों के साथ निकाली कीचड़ यात्रा
जावरा, अग्निपथ। क्षेत्र के ग्राम दौलतपुर व आंबा सहित कई इलाकों में बदहाल सडक़ों पर कीचड़ के कारण परेशान ग्रामीणों का सब्र आखिरकार मंगलवार को जवाब दे गया। परेशान ग्रामीणों ने कांग्रेस नेताओं के साथ कीचड़ यात्रा निकालकर जिला पंचायत कार्यालय रतलाम पहुंचे और वहां धरने पर बैठ गए।
कांग्रेस नेता वीरेंद्रसिंह सोलंकी के नेतृत्व में कीचड़ आंदोलन की शुरुआत की। इसमें उन सभी गांव को शामिल किया जा रहा है जहां सडक़ों की हालत काफी खराब है। मंगलवार को दौलतपुर, आम्बा गांव के ग्रामीणों के साथ कांग्रेस नेता वीरेंद्रसिंह सोलंकी जिला पंचायत कार्यालय रतलाम पहुंचे। जहां सीईओ के नही मिलने पर दफ्तर के बाहर ही सभी धरने पर बैठ गए। जिसके बाद जब सीईओ आई तो काफी बहस कांग्रेस नेता वीरेंद्र सिंह और सीईओ के बीच हुई। सडक़ों के जल्द निर्माण कार्य शुरू करवाए जाने के आश्वासन पर ग्रामीण वापस लौट गए।
कांग्रेस नेता और जिला पंचायत सीईओ के बीच हुई तीखी बहस
जावरा के दौलतपुरा गांव की सडक़ निर्माण में हुए भ्रष्टाचार और जर्जर सडक़ों की समस्या के लिए कीचड़ यात्रा निकालकर ज्ञापन देने पहुंचे ग्रामीणों और कांग्रेस नेताओं द्वारा जिला पंचायत परिसर में धरना देने से जिला पंचायत सीईओ मीनाक्षी नाराज हो गई। इसके बाद कांग्रेस नेता वीरेंद्र सिंह सोलंकी और सीईओ के बीच बहस हो गई। जिसके बाद सीईओ ने ज्ञापन देने पहुंचे कांग्रेस नेता और ग्रामीणजन की वीडियोग्राफी करवाई। बाद में जिला पंचायत सीईओ ने ज्ञापन लेकर ग्रामीणों को जल्दी ही सडक़ का निर्माण करवाया जाने का आश्वासन दिया।
यह है पूरा मामला
ग्राम आंबा से दौलतपुरा तक सुदूर सडक़ योजना के अपूर्ण कार्य और उसमें हुए भ्रष्टाचार की शिकायत पूर्व में ग्रामवासियों द्वारा की गई थी। बावजूद उक्त मार्ग पर कोई कार्य नहीं किया गया।
ग्राम आंबा से दौलतपुरा के बीच दूरी लगभग 3 किलोमीटर है। सुदूर सडक़ योजना के अंतर्गत डेढ़ किलोमीटर सडक़ का कार्य गत वर्ष पूर्ण होना था किन्तु 12 लाख रुपए की राशि से अधिक का भुगतान होने के बाद भी लोग कीचड़ में चलने को मजबूर हैं।
उक्त शिकायत पर अब तक किसी प्रकार से कोई कार्रवाई नहीं की गई है साथ ही डेढ़ किलोमीटर की सडक़ की तकनीकी स्वीकृति अब तक नहीं दी गई। ग्राम दौलतपुरा में इन परिस्थितियों में किसी वाहन का आना जाना संभव नहीं है। ग्रामीणजन कीचड़ में निकलने को मजबूर है। परेशान ग्रामीणों ने इसी को लेकर मंगलवार को जिला पंचायत पहुंचकर धरना दिया।