उज्जैन, अग्निपथ। फ्रीगंज में बीच सडक़ पर सूअर पालकों ने गुरुवार को नगर निगम ठेकेदार पर जानलेवा हमला कर दिया और सुअरों को छुड़ाकर ले गये। ठेकेदार के बचाओ-बचाओ की अवाज सुनकर दहशत फैल गई, लेकिन हमलावर नहीं रुके। ठेकेदार की 2 गाडिय़ों को भी फोड़ दिया।
शहर में विचरण कर गंदगी फैलाते सुअरों को पकडऩे का ठेका नगर निगम ने सालभर के लिये इंदौर की ओमसांई विहार कालोनी में रहने वाले अमित पिता राजेन्द्र डागर को दिया है। 6 दिनों से चल रहे अभियान में अमित अपने कर्मचारियों के साथ शहर में सूअर पकडऩे की कार्रवाई कर रहा है। गुरुवार को पाटीदार अस्पताल के पीछे वाल्मीकि कालोनी में सुअरों को पकडऩे के बाद घासमंडी की ओर आ रहा था, उसी दौरान बाइक पर सवार होकर आये 20 से 25 सुअर पालकों ने ठेकेदार की गाड़ी को रोक लिया और लाठी-सरियों से हमला कर दिया।
कुछ युवक ठेकेदार को पीट रहे थे कुछ ने लोडि़ंग वाहन में पकड़े गये सुअरों को छुड़ा लिया और दो वाहनों में तोडफ़ोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया। ठेकेदार के साथी जान बचाकर भाग खड़े हुए थे। वह अकेला घिराने के बाद चिल्लाता रहा, बचाओ-बचाओ, मार डालोगे क्या। लेकिन कोई उसे बचाने नहीं आया। ठेकेदार के लहूलुहान होने पर हमलावर लोगों की भीड़ देख बाइकों से भाग निकले।
हमले की सूचना पर माधवनगर पुलिस पहुंची, लेकिन हमलावर हाथ नहीं आ पाये। ठेकेदार ने बताया कि वह शुरू हुए अभियान में अब तक ढाई सौ सुअरों को पकड़ चुका है, आज पहली बार उस पर हमला हुआ है। हमला करने वालों में ठाकुर बोरासी, कुंदन, दीपक बोरासी, सन्नी, मंछी और अन्य 20 लोग शामिल थे। माधवनगर पुलिस ने घायल ठेकेदार का मेडिकल कराने के बाद हमलावरों के खिलाफ प्राणघातक हमले के साथ वाहनों में तोडफ़ोड़ करने का प्रकरण दर्ज कर लिया है।
पूर्व में भी कर चुके हैं हमला
शहर में नगर निगम आवारा पशुओं को पकडऩे के लिये लगातार अभियान चलाता आ रहा है। पूर्व में भी सूअर और गाय पालकों ने टीम पर हमला किया है। पुलिस ने पालकों के खिलाफ रासुका तक की कार्रवाई की है। गुरुवार को ठेकेदार पर हुए हमले के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्रसिंह ने हमलावरों पर सख्त कार्रवाई के साथ उनके अवैध बाड़ों और मकानों को तोडऩे की बात कही है।