भ्रष्टाचार किया नगर निगम और ठेकेदार ने परेशानी भुगत रहे आमजन, नगर निगम नहीं जागी तो कांग्रेस करेगी आंदोलन
उज्जैन। सिंहस्थ में खरीदी गई 11330 एलईडी लाइट जिनकी संख्या को लेकर ईओडब्ल्यू को शिकायत की गई थी। ईओडब्ल्यू के द्वारा कराई गई गणना में 5 से 6000 से अधिक अभी तक नहीं आई है। इनके रखरखाव की जिम्मेदारी एचपीएल कंपनी की थी पिछले 6 माह से लगभग 480 एलईडी लाइट बंद है और नगर निगम उन्हें ठीक नहीं करा रहा। ऐसे में आमजन अंधेरे में रहने को मजबूर है।
पार्षद माया राजेश त्रिवेदी ने कहा कि पहले तो करोड़ों की लाइट सांठगांठ के माध्यम से 5 वर्ष का रखरखाव का ठेका कर उस समय 4 गुना अधिक दामों में खरीद ली जो संख्या होना चाहिए थी 11330 लेकिन उतनी लाइट उज्जैन नगर में आई ही नहीं। जिसकी शिकायत ईओडब्ल्यू को की थी ईओडब्ल्यू ने एमपीईबी सौर ऊर्जा निगम, पीडब्लूडी और नगर निगम के अधिकारियों के साथ पार्षद माया त्रिवेदी को साथ लेकर गणना की थी जिसमें एलईडी लाइट 5 से 6000 से अधिक नहीं निकली है।
ईओडब्ल्यू ने एफआई आर दर्ज कर कार्रवाई को आगे बढ़ाया परंतु दूसरी ओर 11330 एलईडी लाइट जिनकी की कीमत उस समय में लगभग 22 करोड़ रूपये थी का संपूर्ण 5 वर्ष का रखरखाव एचपीएल कंपनी पर था परंतु अधिकारियों की सांठगांठ के कारण कंपनी ने जो आधी लाइटें ही उज्जैन पहुंची उनका भी रखरखाव नहीं किया।
जिसके कारण पिछले 6 माह से नगर में लगभग 480 लाइटें बंद पड़ी हुई है लोग अंधेरे के कारण घटना दुर्घटना के शिकार होने को मजबूर है। माया त्रिवेदी ने कहा कि नगर निगम प्रशासन नहीं जागा तो इसको लेकर के कांग्रेस आंदोलन करेगी।