उज्जैन। वर्षों से लंबित मांगों के निराकरण हेतु प्रदेश भर का पटवारी वर्ग गुस्से में है, म.प्र.पटवारी संघ के आव्हान पर जिले में चरणबद्ध आंदोलन जारी है। जिलाध्यक्ष भगवानसिंह यादव ने बताय कि 22 जून से अपनी जायज व न्यायोचित मांगों को लेकर पटवारीग आंदोलनरत है।
आंदोलन के तहत पटवारीगण द्वारा बरसते पानी में कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया, काली पट्टी बांधी गयी, सामूहिक दिन दिवस का अवकाश लिया गया। कलेक्टर को स्मरण पत्र 5 अगस्त देकर 6 अगस्त से ऑनलाईन कार्यों का बेव जीआईएस का बहिष्कार किया जायेगा व आंदोलन सतत जारी रखा जायेगा।
यादव के अनुसार विगत 22 वर्षों से पटवारियों के वेतनमान में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है, प्रदेश का पटवारी दिन-रात शासकीय कार्य में लगा रहता है। वर्ष 2019 में राजस्व मंत्री द्वारा पटवारियों की ग्रेड-पे 2800 किये जाने, वेतनमान विसंगति 6 माह में दूर करने का आश्वासन दिया गया था, जिसका निराकरण नहीं किया गया।
वर्ष 2007 में प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पटवारी सम्मेलन में स्वीकार किया था कि पटवारियों के वेतनमान में बढ़ोतरी होना चाहिये किन्तु आज तक पटवारियों की न्यायोचित मांगों का निराकरण नहीं हुआ है। यह जानकारी जिला मीडिया प्रभारी भगवतीप्रसाद शर्मा ने देते हुए बताया कि 10 अगस्त से पटवारी अनिश्चितकालीन कलम बंद हड़ताल करेंगे।