कलेक्टर से अनुमति मिलने के बाद चुनाव अधिकारी मतदान और चुनाव का कार्यक्रम जारी करेंगे
उज्जैन। अनाज तिलहन संघ चुनाव की अनुमति लेने के लिए आज संगठन के पदाधिकारी प्रभारी एडीएम से मिलने पहुंचे थे। उन्हें चुनाव कराने के लिए पूरा प्लान बताया। अब व्यापारियों के प्लान के आधार पर प्रभारी एडीएम और कलेक्टर चर्चा करने के बाद अनुमति देने का फैसला करेंगे। दोनों ही पक्षों के बीच कोरोना गाइड लाइन का पालन कराए जाने पर सहमति बन गई है।
अनाज तिलहन संघ के पूर्व अध्यक्ष निमेश अग्रवाल ने बताया कि चुनाव कराने की अनुमति लेने के लिए शुक्रवार को संगठन दल प्रभारी एडीएम जितेंद्र चौहान से मिलने गया था। जहां चौहान से चर्चा की गई। चौहान को व्यापारियों ने अवगत कराया कि कोरोना गाइड लाइन का पालन करने को तैयार है। अगर प्रशासन चुनाव कराने की अनुमति देता है तो वे उनके बताए नियम के तहत ही चुनाव कराएंगे।
अग्रवाल ने चौहान को बताया कि मतदान के लिए व्यापारियों ने 10 घंटे का समय तय किया है। सात टेबल लगाई जाएगी। यह टेबल 6-6 फीट की दूरी पर लगाई जाएगी। यानी 2 मिनिट में एक व्यापारी मतदान करेगा। एक आकलन के मुताबिक एक घंटे में 50 से 60 मतदाता कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए मतदान कर सकेंगे।
संगठन ने कलेक्टर से अनुमति के इंतजार में चुनाव की तारीख नहीं बढ़ाई है। अनुमति एक दो दिन में मिलने की संभावना है। इसलिए चुनाव की तारीख अभी 18 अगस्त ही रखी गई है। अगर प्रशासन अनुमति नहीं देगा तो नई तारीख जारी की जाएगी। चुनाव अधिकारी के निर्देशानुसार ही कलेक्टर से कोरोना गाइड लाइन के मुताबिक अनुमति मांगी गई है। चुनाव अधिकारी भी मौजूदा समय के हिसाब से अपना कार्यक्रम बना चुके हैं। इसे अनुमति के बाद जारी करेंगे।
हर दिन दो से ढाई हजार लोग रहते हैं मंडी में
अग्रवाल ने बताया कि प्रतिदिन मंडी में दो से ढाई हजार किसान और अन्य व्यापारी रहते हैं। मंडी में कोरोना गाइड लाइन का पालन लगातार किया जा रहा है। इसलिए अनाज तिलहन संघ के चुनाव कराने में कोई दिक्कत नहीं है। किसान अभी तक सबसे ज्यादा सुरक्षित रहे हैं। मंडी में उनके आने पर कोई रोक नहीं लगाई गई।
तीन गुटों के बीच होगा मुकाबला
इस बार अननाज तिलहन संघ के तीन गुटों के बीच मुकाबला होने के आसार है। सदभावना और विकास पैनल के अलावा इस बार महामंगल पैनल ने भी दावेदारी की है। इसके अलावा वरिष्ठ व्यापारियों का एक अलग गुट चुनाव के लिए तैयार हो रहा है। इस चौथे गुट ने अभी खुलकर चुनाव की दावेदारी नहीं की है। हालांकि यह तय माना जा रहा है कि वरिष्ठ पदाधिकारी इस बार चुनाव में जरूर सामने आएंगे। ताकि संगठन में जो गड़बड़ी हुई थी, इस बार उन्हें रोका जा सके।