अपर आयुक्त पर लगे आर्थिक अनियमितता के आरोप
उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम के अपर आयुक्त वित्त गणेश धाकड़ से जुड़े मामले की जांच करने वाले अपर आयुक्त आर.पी. मिश्रा खुद भी आरोपों के घेरे में आ गए हैं। नगर निगम आयुक्त को हाल ही में आर.पी. मिश्रा द्वारा रखरखाव संबंधी कुछ फाइलों को गैर वाजिब तरीके से स्वीकृति देने की शिकायत हुई है। मामला तब से जुड़ा है जब आर.पी. मिश्रा के पास लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) का चार्ज था।
नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल को कुछ लोगों ने हाल ही में एक शिकायत की है जिसमें बताया गया है कि आर.पी. मिश्रा ने पीएचई का चार्ज अपने पास से चले जाने के बाद भी रखरखाव संबंधी 25 से 30 फाइलों को बैक डेट में मंजूरी दी है। उन्होंने पीएचई के इंजीनियर्स को अपने पास बुलाकर इन फाइलों पर हस्ताक्षर करवाए।
यह भी आरोप लगाया गया कि भुगतान संबंधी फाइलों को बैक डेट में स्वीकृत करने के एवज में अपर आयुक्त आर.पी. मिश्रा को अच्छी-खासी रकम भी मिली है। नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल के संज्ञान में भी यह मामला आया है। प्रकरण में नगर निगम आयुक्त ने क्या कदम उठाया, इसको लेकर स्थिति साफ नहीं है। दैनिक अग्निपथ ने इस मामले में नगर निगम आयुक्त से भी कई बार संपर्क का प्रयास किया लेकिन उन्होंने कॉल ही अटेंड नहीं किया।
गलत हूं तो मुझे नोटिस दो
नगर निगम के अपर आयुक्त आर.पी. मिश्रा ने खुद पर लगे आरोपों के बारे में कहा है कि यदि मैं कहीं गलत हूं तो मुझे नोटिस दीजिए। मेरे खिलाफ कार्रवाई किजिए। आर.पी. मिश्रा ने कहा कि कुछ लोग मेरे बारे में भ्रम फैला रहे है, ऐसे लोगों के खिलाफ यदि मेरे विरुद्ध किसी तरह के प्रमाण है तो उन्हें सामने आएं।