उज्जैन। बडऩगर के सुवासा में 35 बीघा सरकारी जमीन पर कब्जा कर खेती करने का मामला सामने आया हैं। कलेक्टर के नाम हुई शिकायत में कहा कि शासकीय गौचर भूमि पर अधिकारियों की सांठगांठ से कब्जा कर लिया गया, शिकायत करने के बावजूद भी जब सरकारी जमीन से कब्जा नहीं हटाया गया तो मामले की कलेक्टर तथा सीएम हेल्पलाईन पर भी शिकायत की गई है।
सुवासा निवासी मोहनलाल पिता तुलसीराम व परमानंद पिता तुलसीराम जाति भील ने शिकायत में कहा कि हमारी खेती की जमीन के पास करीब 35 बीघा से ज्यादा शासकीय गौचर भूमि को अधिकारियों से मिलीभगत कर निजी करवा ली गई। जब इन्हें रोका गया तो कब्जाधारियों ने मारपीट की तथा जातिसूचक शब्दों से किया अपमानित। शिकायत के एक महीने बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हुई तो कलेक्टर को शिकायत कर बताया कि ग्राम सुवासा में खेती की भूमि है जिस पर हमारे पूर्वज 90 वर्षों से काबिज हैं, यह कृषि भूमि डूंगरसिंह पिता मांगीलाल पटेल के पूर्वजों से हमारे पूर्वज के द्वारा वर्षों पूर्व खरीदी गई थी।
इस जमीन पर डूंगरसिंह पटेल उसके पुत्र गौरव तथा कमल द्वारा खेती की भूमि पर अवैधानिक कार्यवाही करते हुए पटवारी व अन्य अधिकारियों की मिलीभगत कर हमारी कृषि भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करने की नियत से नपती की अवैधानिक कार्यवाही की। नपती के समय हमें सूचना नहीं दी।
12 जून 2021 को पटवारी व गिरदावर को लेकर आरोपीगणों ने हमारी खेती की जमीन पर मवेशी को खाने की चारे की बोई फसल को नष्ट कर दिया, जब समझाईश दी तो जाति सूचक गालियां दी तथा मारपीट की। कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर मांग की कि आरोपियों ने जिस शासकीय जमीन को अपने नाम से करवाई उसकी जांच करवाई जाए। कलेक्टर से मांग की कि आरोपी डूंगरसिंह पटेल, कमल पटेल व गौरव पटेल के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए।