भाजपा की प्रदेश सरकार ने शनिवार को पूरे प्रदेश में अन्न उत्सव मनाया। जिसमें राशन की दुकानों पर जरूरतमंदों की भीड़ एकत्रित कर उन्हें पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण सुनवाया और बाद में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के फोटो लगे 10 किलो के बेग में अनाज दिया गया। इस दौरान हर राशन की दुकान की छोटी सी जगह में कम से कम से 100-150 लोगों की भीड़ जमा थी।
स्थानीय भाजपा नेता-कार्यकर्ता भी वहां पहुंचकर भीड़ बढ़ा रहे थे। न कोई कोरोना गाइड लाइन और न ही कोरोना से बचने का कोई उपाय। यहां किसी दुकान पर कोरोना नहीं पहुंचा क्योंकि माननीय के गुणगान किए जा रहे थे।
अब बात करें दूसरी घटना की जो बडऩगर की है। यहां पर अतिप्राचीन मंदिर सोमेश्वर महादेव की सवारी सोमवार को निकाली जाना था। पिछले कई सालों से यहां सावन के प्रत्येक सप्ताह में भोले की सवारी निकाली जाने की परंपरा है। पिछले दो सप्ताह से सवारी परंपरानुसार निकाली गई।
लेकिन इस सोमवार से प्रशासन ने सवारी निकालने पर रोक लगा दी। कारण बताया कोरोना गाइड लाइन के कारण इजाजत नहीं दे सकते। यह कैसी मनमानी। जब माननियों का गुणगान करना हो, चुनाव कराना हो तब कोरोना नहीं आता। गाइड लाइन पालन कराने की कोई नहीं कहता और जब जनभावना के आयोजन हो तो कोरोना संक्रमण फैल जाता है।
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