डीएसपी ने ननि आयुक्त को फिर भेजा पत्र
उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम की वर्कशॉप में वाहन किराए पर लेने से जुड़े घोटाले में नगर निगम के अधिकारियों ने लोकायुक्त को आधी ही जानकारी भेजी है। लोकायुक्त डीएसपी द्वारा पिछले महीने मामले के दस्तावेज तलब किए गए थे लेकिन उन्हें पूरी जानकारी नहीं भेजी गई। लोकायुक्त डीएसपी वेदांत शर्मा ने अब एक प्रोफार्मा भेज निगम से बिंदुवार इसकी जानकारी मांगी है।
नगर निगम की वर्कशॉप में 20 लाख रुपए के टेंडर से 17 गुना ज्यादा यानि 3 करोड़ 46 लाख रुपए का भुगतान कर दिया गया था। मामले से जुड़ी एक शिकायत की जांच लोकायुक्त द्वारा की जा रही है। लोकायुक्त डीएसपी वेदांत शर्मा ने 8 और 9 जुलाई को नगर निगम आयुक्त को एक पत्र भेज कर वाहन टेंडर की प्रक्रिया की नस्ती तलब की थी। जांच में खुद को फंसता देख नगर निगम के अधिकारियों ने आधे ही दस्तावेज लोकायुक्त को उपलब्ध कराए है।
डीएसपी ने मांगी यह जानकारी
- वित्तीय वर्ष 2017-18 और वित्तिय वर्ष 2019-20 की वाहन किराए के संबंध में समस्त प्रकार के वाहनों की दर आमंत्रण निविदा की नस्ती।
- वित्तीय वर्ष 2020-21 में नगर निगम द्वारा वाहन किराए पर लेने के लिए जारी किए गए इम्पेनल्ड टेंडर में भाग लेने वाली सभी फर्मों के सहमति पत्र।
- इम्पेनल्ड निविदा के संबंध में शासन के किन नियमों का पालन किया गया, उन नियमों की प्रमाणित छायाप्रति।
- वित्तीय वर्ष 2016-17 से वित्तीय वर्ष 2020-21 तक किराए पर लिए गए सभी प्रकार के वाहनों का संपूर्ण ब्यौरा जिसमें वित्तीय वर्ष, वाहन का प्रकार, वाहन नंबर, वाहन प्रदाता फर्म का नाम, भुगतान की राशि, लंबित भुगतान आदि से जुड़ी जानकारी निश्चित प्रोफार्म में मांगी गई है।