उज्जैन। बाबा महाकाल की तीसरी सवारी में चंद्रमौलेश्वर मन महेश के साथ साथ आज उमा महेश के मुखारविंद का नगर भ्रमण था परंतु प्रशासन और शासन ने कोरोना के नाम पर उमा महेश के मुखारविंद को नहीं निकाल कर हमारी धर्म संस्कृति की प्राचीन परंपरा पर कुठाराघात किया है।
उक्त आरोप पूर्व पार्षद एवं कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री श्रीमती माया राजेश त्रिवेदी ने लगाए हैं। उनका कहना है कि ऐसा लग रहा है कि हम हिंदुस्तान में नहीं है, अंग्रेजों या उन अल्पसंख्यक राजाओं का शासन है जिन्होंने हमारी धर्म संस्कृति को समाप्त करने का प्रयास किया है। उनका कहना है कि शासन प्रशासन ने कोरोना के नाम पर महाकाल के नगर भ्रमण में लोगों के घर के समक्ष से निकलने पर भी दर्शन पर रोक लगा दी है।
नगर भ्रमण के मार्ग पर कोई ना पहुंचे इसलिए दो किलोमीटर दूर से बैरियर पर बैरियर लगाकर रोका जा रहा है। नगर भ्रमण के मार्ग पर पर्दे लगाए गए हैं। भ्रमण के मार्ग की छतों पर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। यह हिंदू धर्म संस्कृति के साथ खिलवाड़।
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