विशाल जलाधारी के अंदर समाहित है शिवलिंग
उज्जैन, अग्निपथ। महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण योजनांतर्गत मंदिर के आगे वाले भाग में खुदाई के दौरान 11वीं शताब्दी के मंदिर के पुरावशेष निकल रहे हैं। इसमें मंदिर का प्लेटफार्म से लेकर गणेश प्रतिमा तक निकली हंै। यहां पर पुरातत्ववेत्ताओं ने एक पूरे मंदिर निकलने की बात कही है, जिसको मुस्लिम आक्रांता इल्तुमिश ने ध्वस्त किया था। मंगलवार को एक शिवलिंग निकला है, जोकि बहुत ही अदभुत है।
मंगलवार को मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल को खुदाई स्थल पर एक शिवलिंग जलाधारी सहित दिखाई दिया। उन्होंने मौके पर मौजूद श्रमिकों से जब इसकी मिट्टी हटवाई तो वहां पर विशाल जलाधारी के अंदर करीब 2 फीट का शिवलिंग दिखाई दिया। शिवलिंग की जलाधारी उंचाई में इतनी बड़ी है कि उसके अंदर शिवलिंग पूरा समाहित है।
मौके पर पुरातत्व वेत्ता धु्रवेन्द्रसिंह जोधा के नहीं होने के कारण उन्होंने इसको चादर से ढंकवा दिया है। ताकि इसको नुकसान न पहुंच सके। पुरातत्व वेत्ता श्री जोधा शनिवार-रविवार को खुदाई स्थल पर आएंगे तब जाकर इस बात का खुलासा हो सकेगा कि इसका आकार-प्रकार क्या है।