गलत नाम बताया, अग्रिम मांगने पर अभद्र व्यवहार कर भगाया, थाने में दिया आवेदन
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर के पास स्थित एक होटल संचालक द्वारा अपना धर्म छुपाकर महाकाल दर्शन करने आए दर्शनार्थियोंं को कमरा दे दिया गया। जब यात्री को कुछ गड़बड़ लगा तो उसने एडवांस वापस मांगा। संचालक ने उससे अभद्र व्यवहार करते हुए रसीद तक देने से इंकार कर दिया। दर्शनार्थी द्वारा उसका एडवांस वापस दिलाने व एफआईआर करने का महाकाल थाने में आवेदन दिया गया है।
झारखंड के पालकोट निवासी पत्रकार विकास राज पिता नरेश ठाकुर साथियों के साथ सोमवार को महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन आए थे। यहां वे महाकाल मंदिर के पास स्थित होटल हाईलाइट में ठहरे थे। उन्होंने देखा कि होटल के कमरों में शराब और कबाब परोसा जा रहा है। उनके कमरे में भी बीयर की बोतलें और नानवेज की झूठन बिखरी थीं। यह देख उन्होंने होटल संचालक से कमरा छोडऩे का कहकर अपना एडवांस वापस मांगा और कमरा छोडऩ़े की बात कही। होटल संचालक ने उनके 1500 रुपए रख लिए। विकास राज ने घटना की शिकायत महाकाल थाने में की है।
दो साल पहले भी कर चुका मारपीट
गौरतलब है कि वर्ग विशेष की इस होटल में महाकाल दर्शन के लिए आने वाले दर्शनार्थियों को भ्रमित कर ठहरा दिया जाता है। ऑटो चालक कमीशन के लालच में बाहर से आने वाले दर्शनार्थियों को यहां छोडकऱ चले जाते हैं। बाद में दर्शन की लालसा में आये यात्री होटल के कमरों के हाल देखकर दुखी हो लौट जाते हैं। एडवांस वापस नहीं मिलने पर भी दर्शनार्थी दुखी होकर दूसरी होटल में चले जाते हैं।
दो साल पहले भी इसी होटल में एक दर्शनार्थी के परिवार के साथ होटल स्टॉफ और संचालक के परिजनों ने मारपीट की थी। तब भी काफी बवाल हुआ था। इधर महाकाल थाना प्रभारी मुनेन्द्र्र गौतम का कहना है कि उज्जैन आने वाले मेहमानों के साथ अगर कहीं भी दुव्र्यवहार हो रहा है तो बर्दाश्त नहीं होगा। दर्शनार्थी की शिकायत मिली है। जांच के बाद कार्रवाई करेंगे।