समझौता बैठक के लिए दिन भर चली कवायद, फैसला नहीं हो पाया
उज्जैन। अनाज तिलहन संघ के चुनाव में बुधवार को एक बार फिर से समझौता बैठक हुई। परन्तु किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचने की वजह से बेनतीजा रही। अब समझा जा रहा है कि दोनों पैनलों के बीच सीधा मुकाबला होगा। 13 अगस्त को नाम वापस लेने तक इस तरह की कवायद चलती रहेगी।
एक तरफ से गोविंद खंडेलवाल और दूसरी तरफ से गोविंद शर्मा चर्चा कर रहे हैं। इन दोनों गुटों के बीच समझौते के लिए मध्यस्थ की भूमिका में भाजपा नेता अनिल जैन कालूहेडा रहे। इस दौरान दोनों ही गुटों की तरफ से प्रस्ताव दिए गए थे। परन्तु कोई भी एक दूसरे के प्रस्ताव पर सहमत नहीं हो सका। इसलिए फिलहाल समझौता नहीं हो पाया है।
इधर सदभावना और विकास पैनल ने 21-21 सदस्यों के लिए नामांकन फार्म लेकर भरना शुरू कर दिए हैं। बुधवार को दोनों के कार्यालय में फार्म भरने की कवायद चलती रही। चुनाव लडऩे वाले संभावित पदाधिकारियों को फोन करके फार्म पर हस्ताक्षर करने के लिए बुलाया गया। शाम तक 62 फार्म चुनाव कार्यालय से सदस्य लेकर गए हैं।
गणित गड़बड़ाने से समझौते पर संशय
बताया जाता है कि इस बार 62 से ज्यादा फार्म लिए जाने की वजह से समझौते पर संशय बढ़ गया है। क्योंकि दोनों पैनल से 21-21 के अलावा कुछ फार्म और लिए गए थे। ताकि किसी तरह की गलती होने पर नया फार्म भरा जा सके। परन्तु 42 से ज्यादा फार्म चले जाने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि जो निर्दलीय रूप से चुनाव मैदान में उतरेंगे, उनकी वजह से दोनों पैनल का समझौता काम नहीं आएगा और चुनाव कराने पड़ेंगे। 15 से ज्यादा निर्दलीय से फार्म वापस करवाना टेड़ी खीर रहेगा।