उज्जैन। भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन तो श्रद्धालु नहीं कर पाए लेकिन मंदिर की पांच स्थानों पर लगी मेगा एलईडी और ऑनलाइन सुविधा के माध्यम से श्रद्धालुओं ने भगवान नागचंदे्रश्वर के दर्शन किए। सुबह से ही मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। चार धाम मंदिर से श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए छोड़ा जाता रहा।
इस दौरान श्रद्धालुओं को करीब 25 मिनट में भगवान महाकाल के दर्शन नसीब हुए। लेकिन दोपहर 12 बजे के बाद श्रद्धालुओं की संख्या इतनी कम हो गई कि केवल 15 मिनट में श्रद्धालुओं को चार धाम मंदिर से होते हुए भगवान महाकाल के दर्शन होते रहे। पूरा मंदिर प्रांगण इस दौरान खाली रहा क्योंकि प्रशासन सीधे श्रद्धालुओं को निर्गम गेट की ओर निकाल रहा था।
प्रोटोकॉल प्राप्त को यहां वहां भटकाते रहे
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर प्रशासन ने महाकालेश्वर मंदिर की ओर आने वाले सभी रास्तों को बेरिकेड के माध्यम से बंद कर दिया था। यहां तक की प्रोटोकॉल प्राप्त श्रद्धालुओं को महाकाल प्रीपेड बूथ तक आने में भी भारी मशक्कत का सामना करना पड़ा क्योंकि महाकाल घाटी पर भी बेरिकेड लगाए गए थे। उनके पास प्रोटोकॉल नंबर होने के बावजूद पुलिस कर्मियों ने उनको यहां वहां घुमाया। तीन नंबर गेट पर श्रद्धालु पहुंचता तो उसको आगे का गेट बता कर रवाना कर दिया जाता। ऐसे में कई श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन नहीं कर पाए।
महाकाल प्रीपेड बूथ के सामने लगे हुए बैरिकेड से श्रद्धालुओं को प्रवेश करने में परेशानी का सामना करना पड ऱहा था। चार नंबर गेट पर मंदिर समिति कर्मचारी और पुलिसकर्मी आराम से बैठे हुए नजर आए क्योंकि इस बार कम संख्या में प्रोटोकॉल लोगों को दिया गया था।
अधिकारियों के संपर्कधारियों को मिला लाभ
दोपहर 12 बजे से पूर्व प्रशासनिक अधिकारियों के परिचितों ने बड़ी संख्या में भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन किए। इनमें कमिश्नर, कलेक्टर और न्याय विभाग के अधिकारियों के परिचितों ने लाभ लिया। एक बार जो प्रवेश की परिपाटी शुरू हुई तो लगातार रसूखदार प्रवेश करते रहे।
भगवान नागचंद्रेश्वर का पूजन किया
नागपंचमी पर 13 अगस्त को दोपहर 12 बजे श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत श्री विनितगिरी जी, संभाग आयुक्त संदीप यादव, श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने श्री नागचंद्रेश्वर भगवान का पूजन किया।