मोदी और शिवराज के लिए महंगाई डायन के स्थान पर विश्वसुंदरी हो गई
उज्जैन। प्रदेश में शिवराज सिंह को जनता नकार चुकी थी, आज षंडयंत्र करके सत्ता में आ गए हैं। कैलाश और शिवराज दोनों ही पांखड़ी, पद लोलुप और सत्ता के लालची है। उक्त टिप्पणी पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने उज्जैन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही। वे यहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर पार्टी का पक्ष रखने के लिए आए थे। वे यहां ही नहीं रुके, कई बार शिवराज पर कटाक्ष करते हुए उन्हें बहरुपिया और डरपोक भी कहा।
वर्मा ने दावा किया कि प्रदेश सरकार ने सदन की कार्यवाही से मामू जैसे शब्द को डरकर हटा दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में विधानसभा ढाई -ढाई महीने चलती थी। परन्तु शिवराज सिंह ने विपक्ष के सवालों से बचने के लिए तीन दिन में अधूरा सत्र ही खत्म कर दिया। विधायकों को उनके क्षेत्र की समस्या को सदन के सामने लाने का मौका नहीं दिया। शिवराज और मोदी को अब महंगाई डायन से डर नहीं लगता है। वह विश्व सुंदरी हो गई है। जनता सब समझ रही है। वह इस बार 2023 में सत्ता से बाहर कर देगी।
उन्होंने कहा, ओबीसी आरक्षण पर प्रदेश सरकार ने कोर्ट में मजबूती से पक्ष नहीं रखा है। कांग्रेस हमेशा ओबीसी आरक्षण के पक्ष में रही और पिछड़े वर्ग को विकास के लिए काम करती रही है। वर्मा ने कहा, प्रदेश में महिला अपराध बढ़ते जा रहे हैं। नकली मामा की वजह से प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। बाढ़ से कई जिलों में हालात खराब हैं। परन्तु सरकार ध्यान नहीं दे रही है।
कमलनाथ सत्ता दिलाने के बाद जाएंगे दिल्ली
एक सवाल के जवाब में वर्मा ने कहा, कमलनाथ ने राष्ट्रीय नेतृत्व को साफ कह दिया है कि वे अभी दिल्ली नहीं जाएंगे। 2023 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाकर देंगे,इसके बाद ही वे प्रदेश से जाएंगे। उन्होंने यह माना कि सरकार इसलिए चली गई क्योंकि कमलनाथ अफसरों के साथ वचन पत्र को समय से पूरा करने में लगे रहे। उ
न्होंने सामयकि समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया। अगर में वचन पत्र और सामयिक घटनाक्रम, राजनीतिक चालों के प्रति सतर्क रहते तो सरकार बनी रहती। इस दौरान विधायक रामलाल मालवीय, मुरली मोरवाल, राजेंद्र वशिष्ठ, नूरी खान, बटुकशंकर जोशी, करण कुमारिया, कैलाश बिसेन, अशोक माली, कमल पटेल मौजूद थे।
शहर कांग्रेस में जल्द बदलाव
वर्मा ने पत्रकारों से अनौपचारिक चर्चा में कहा कि उनके पास शहर कांग्रेस के मामले को लेकर शिकायतें पहुंची है। जल्द ही शहर कांग्रेस में बदलाव होगा। इससे पहले प्रेसवार्ता में वे शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेश सोनी और जिलाध्यक्ष कमल पटेल की निष्क्रियता से जुड़े सवाल को यह कहकर टाल गए थे कि इस समय महेश सोनी यहां मौजूद नहीं हैं। इसलिए उनसे जुड़े मामले पर कुछ कहना ठीक नहीं है।