प्रीटर्म डिलेवरी के कारण बच्चों की हालत नाजुक थी, दो महीने में अब स्वस्थ होकर घर पहुंचे
उज्जैन। 27 हफ्ते में जन्में तीन बच्चों को डॉ. जया मिश्रा ने नया जीवन दिया। नॉर्मली डिलेवरी 37 सप्ताह में होती है लेकिन तीन बच्चे प्रीटर्म डिलेवरी में 27 सप्ताह में जन्में, इन बच्चों की हालत नाजुक थी लेकिन करीब दो महीने में अब ये बच्चे स्वस्थ हैं और अपने घर पहुंच चुके हैं।
दिव्या की प्रिटर्म डिलेवरी 22 जून 2019 को सुबह 9 बजे हुई थी बच्चे का वजन 800 ग्राम था। बच्चे को जन्म के बाद सीपीएपी मशीन पर रखा गया था। बच्चे को नियोसर्फ इंजेक्शन भी डाला था, कमजोर बच्चे को सांस लेने में बहुत तकलीफ थी। बच्चा 15 दिन तक ठीक था, लेकिन वापस सेप्टिक हो गए थे, बच्चे का वेट कम होते होते 600 ग्राम हो गया। इसके बाद बेड एफएफपी लगाया तथा ब्लड लगाया तब बच्चा ठीक हुआ अब बच्चा स्वस्थ हो चुका तथा डिस्चार्ज कर दिया, डिस्चार्ज के समय उसका वजन 1550 ग्राम है।
इसी तरह ज्योति ने 14 जून 2021 को जुड़वा बच्चों को जन्म दिया पहला बच्चा लडक़ा 11.44 को जन्मा वहीं दूसरा लडक़ी 11.45 बजे जन्मी। लडक़े का वजन 890 ग्राम तथा लडक़ी का 1 किलोग्राम था। ऑपरेशन से प्रिटर्म डिलेवरी 27 सप्ताह में ही हो गई। दोनों बच्चे बहुत कमजोर थे, दोनों को सांस लेने में तकलीफ, इन्हें भी सीपीएपी मशीन पर रखा गया। दोनों बच्चों को सांस की नली द्वारा फेफड़ों में नियो सर्फ इंजेक्शन डाला। दो महीने तक बच्चे एनआईसीयू में रहे।
बच्चे के परिजनों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, इसके कारण वह बच्चे की छुट्टी करवाना चाहते थे। लेकिन जेके नर्सिंग होम की डॉ. जया मिश्रा ने 50 प्रतिशत इलाज का खर्च माफ करते हुए दो महीने तक इलाज किया। 15 अगस्त पर दोनों बच्चों की छुट्टी हुई, दोनों बच्चे स्वस्थ हैं और दोनों का वजन डेढ़ किलोग्राम से अधिक है।