झिंझरकांड की आरोपी ने संयुक्त कलेक्टर को दी जानकारी
उज्जैन,अग्निपथ। पूर्व जेलर संतोष लडिय़ा पर लगे आरोपों की जांच शुरू हो गई। मंगलवार को जांच के लिए पहुंचे जेल डीआईजी मंशाराम पटेल के समक्ष तीन शिकायतकर्ताओं ने आरोपों को दोहराया। वहीं ज्यादती का आरोप लगाने वाली ने संयुक्त कलेक्टर को बयान दिए है।
सर्वविदित है पूर्व जेलर लडिय़ा पर झिंझरकांड की आरोपी महिला ने जेल में ज्यादती करने का गंभीर आरोप लगाया था। वहीं आधा दर्जन अन्य कैदियों ने लडिय़ा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। नतीजतन 6 अगस्त को लडिय़ा को मुख्यालय अटैच कर दिया था। मामले की जांच के लिए मंगलवार को डीआईजी पटेल भैरवगढ़ जेल पहुंचे। उनके समक्ष कुशलपुरा निवासी अनिलसिंह बैंस, महाकाल घाटी के अमित त्रिवेदी व आनंदगंज की झिरी निवासी राजू पिता ग्यारसी लाल ने आरोप लगाए कि लडिय़ा ने मेस का सामान कैदियों को कई गुना दाम में बेचने, कोरोना वार्ड से निकालने के नाम पर 10-15 हजार वसूले और सेनिटाइजर में भी धांधली की। इस दौरान जेल अधीक्षक अलका सोनकर भी मौजूद थी। याद रहे मामले में लडिय़ा को हटाने पर वसुनिया को जेलर बनाया गया था।
झिंझरकांड की आरोपी के बयान आज
जेलर लडिय़ा पर सबसे गंभीर आरोप झिंझरकांड में जेल में रही अशोक नगर की युवती ने लगाया था। 27-28 जुलाई को मुख्यमंत्री तक शिकायत कर दावा किया था कि घूस के लिए जेलर लडिय़ा ने महिला वार्ड प्रभारी सुनीता चौहान की मदद से उसके साथ ज्यादती की थी। मामले में संयुक्त कलेेक्टर गरीमा रावत ने मंगलवार को उसके बयान दर्ज किए। डीआईजी पटेल युवती के साथ अन्य शिकायतकर्ताओं के बुधवार को बयान लेंगे और जांच रिपोर्ट डीजी अरविंद कुमार को सौंपेंगे।
इनका कहना है..
पिछले दिनों हुई शिकायतों की जांच शुरू कर दी है। तीन शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज किए है। महिला सहित अन्य के बयान के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
-मंशाराम पटेल, डीआईजी, जेल विभाग मप्र