आयुक्त ने अपर आयुक्त को दिया नोटिस, कहा- कौन सा लेटर है यह तो बताएं
उज्जैन, अग्निपथ। शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम) से जुड़े कुछ मामलों पर लोकायुक्त के एक लेटर ने नगर निगम आयुक्त और अपर आयुक्त के बीच लेटर वार शुरू करवा दिया है। अपर आयुक्त आरपी मिश्रा ने आयुक्त को 2 अगस्त को एक पत्र लिख डाला था। अब आयुक्त ने अपर आयुक्त आरपी मिश्रा को नोटिस जारी कर उनसे पूछा है कि लोकायुक्त का कौन सा पत्र आपको मिला, पहले यह तो बताएं। आयुक्त ने उन्हें चेताया है कि यदि इस तरह से लेटरबाजी करते रहे तो कार्रवाई होगी।
2 और 4 अगस्त को अपर आयुक्त आरपी मिश्रा ने निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल को दो पत्र लिखे थे। जिसमें उन्होंने लिखा था कि मुझसे लोकायुक्त ने एनयूएलएम से संबंधित कुछ फाइलों की जानकारी मांगी है, वास्तव में एनयूएलएम से जुड़े कई प्रकरण चार्ज होने के बावजूद मेरे पास आए ही नहीं थे। इसके अलावा उन्होंने अपने पत्र में बार-बार चार्ज बदले जाने का भी जिक्र किया है।
अपर आयुक्त के इन पत्रों से आयुक्त क्षितिज सिंघल खासे नाराज हो गए। जवाब में उन्होंने अपर आयुक्त आरपी मिश्रा को एक नोटिस जारी किया है। आयुक्त क्षितिज सिंघल ने नोटिस में लिखा है कि आप जिस तरह से मुझे पत्र लिख रहे है, यह अशोभनीय है।
आयुक्त ने लिखा है कि आपको लोकायुक्त का कौन सा पत्र प्राप्त हुआ है, यह स्पष्ट करें। उन्होंने यह भी लिखा कि आपको सीधे लोकायुक्त को कोई भी जानकारी भेजने का अधिकार ही नहीं दिया गया है, बिना आयुक्त की स्वीकृति के आप सीधे तौर कोई भी जानकारी नहीं भेज सकते हैं।
आयुक्त ने लिखा है कि मैं आपकी सीनियरटी को ध्यान में रखते हुए आपसे अपेक्षा करता हूं कि अपने काम पर ध्यान दे। लोकायुक्त से जो भी पत्र आया है उसे नियमानुसार अपनी टीप सहित मेरे समक्ष नोटशीट पर प्रस्तुत करें। आयुक्त ने अपर आयुक्त आरपी मिश्रा को यह भी चेताया है कि यदि आगे से आपने इस तरह की कोई गलती की तो आपके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई के लिए वरिष्ठ कार्यालय को प्रस्ताव भेजा जा सकता है।
इनका कहना
हमने स्थानीय कार्यालय से एनयूएलएम से संबंधित कोई पत्र नगर निगम में नहीं भेजा है। यदि मुख्यालय से कोई पत्र व्यवहार हुआ है या जानकारी तलब की गई है तो इसकी हमें जानकारी नहीं है। – बसंत श्रीवास्तव, निरीक्षक लोकायुक्त