उज्जैन, अग्निपथ। लापता हुए पिता की तलाश में बेटा उज्जैन पहुंचा तो उसे पिता की 8 दिन पहले मौत और पहचान नहीं होने पर शव दफनाए जाने की खबर मिली। बेटे ने इंदौर में पिता के लापता होने की खबर थाने में दर्ज कराई थी।
इंदौर के अन्नपूर्णा नगर से सचिन राठौर 8 दिनों से लापता अपने पिता की तलाश में महाकाल मंदिर के आसपास पहुंचा था। उसने पहले धार्मिक स्थल के आसपास और शिप्रा के घाटों पर पिता को खोजने का प्रयास किया। नहीं मिलने पर वह महाकाल थाने पहुंचा जहां उसके मृत पिता का शिनाख्त के लिए पोस्टर लगा हुआ था।
पुलिस से संपर्क करने पर पता चला कि 10 अगस्त को थाना क्षेत्र के पटनी बाजार स्थित क्षेत्र से उनका शव पुलिस ने बरामद किया था। वृद्ध ने संभवत: जहर खाकर आत्महत्या की थी। पुत्र ने पिता की पहचान मोहनलाल राठौर 65 वर्ष के रूप में करते हुए पुलिस को बताया कि पिता घर पर बाजार जाने का कहकर निकले थे उसके बाद नहींं लौटे। पिता की गुमशुदगी थानेेे पहुंचकर दर्ज कराई गई थी। मां की मौत के बाद से पिता मानसिक रूप से परेशान रहने लगे थे।
पुलिस ने बेटे को शव सौंपने की बात कही, लेकिन 8 दिनों का समय बीत जाने पर बेटे ने शव लेने से मना कर दिया। महाकाल थाना पुलिस के अनुसार वृद्ध की शिनाख्त के लिए सोशल मीडिया पर भी फोटो वायरल किया था और जिले व अन्य शहरों से भी जानकारी जुटाई थी। लेकिन शिनाख्त नहीं होने पर शव को दफना दिया गया था।
पेट दर्द के बाद युवक की हुई मौत
उज्जैन, अग्निपथ। पेट दर्द के बाद युवक को उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया था। बुधवार सुबह उसकी मौत हो गई। मामला संदिग्ध होने पर पुलिस ने मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया है।
खाराकुआं थाना पुलिस ने बताया कि डाबरी पीठा में रहने वाला रणवीर पिता प्रेम सिंह पवार (25) की मंगलवार शाम अचानक तबीयत खराब हो गई थी। परिजनों को पेट दर्द होना बताया। उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल लाने पर डॉक्टरों ने वार्ड में भर्ती कर लिया। बुधवार सुबह 10 बजे के लगभग रणवीर की मौत हो गई। ड्यूटी कंपाउंडर की सूचना पर मामले में मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया गया है। मृतक कंठल चौराहा स्थित मेडिकल पर काम करता था।