मोहर्रम के बहाने एकत्रित हुए वर्ग विशेष के असामाजिक तत्वों ने राष्ट्रविरोधी नारे लगाकर यह सिद्ध कर दिया कि वह लोग वतनपरस्त नहीं हैं। कहीं न कहीं उनमेें वतन से गद्दारी की मंशा का लहू दौड़ रहा है। यही कारण रहा कि उन्होंने जिस देश का अन्न खाते हैं, जिस देश का जल पीते हैं, जिस देश में सांस लेते हैं, जिस देश से उनका घर पल रहा है उसके खिलाफ सरेआम नारे लगाए।
यह पूरा माजरा सीसीटीवी फुटेज में दर्ज हो गया है। इस मामले में कुछ लोगों की पहचान पुलिस के द्वारा नामजद भी कर ली गई है। पुलिस इन लोगों को तुरंत गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजने की कार्रवाई शुरू करे। वहीं प्रशासन से पूरे शहर को उम्मीद है कि वह ऐसे गद्दारों को पूरी तरह से नेस्तनाबूद कर दे। ऐसे लोगों के लिए जरा सा भी दया का भाव रखना उचित नहीं है।
ऐसे वतन के गद्दारों के खिलाफ प्रशासन को मकान तोडऩे से लेकर जो भी सख्त से सख्त कार्रवाई हो सकती है, उसे तत्काल अंजाम देना चाहिए। अब पूरे शहर की नजर प्रशासन की होने वाली कार्रवाई पर है। जिला कलेक्टर आशीष सिंह की अगुवाई में कई अपराधियों के मकान तोडऩे की कार्रवाई की गई है।
यह मामला गुंडागिर्दी-धौंसदपट से कहीं बड़ा होकर सीधे-सीधे राष्ट्रद्रोह का है। पूरे मामले में किसी भी धर्म-संप्रदाय के लोगों को नेतागिरी नहीं करना चाहिए। प्रशासन को उसका काम करने देना चाहिए।