उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम के लिए शहर में नाली, सडक़ निर्माण जैसे विकास कार्य करने वाले ठेकेदारों का पिछले डेढ़ साल से भुगतान अटका पड़ा है। बुधवार दोपहर बिल्डर एसोसिएशन के सदस्य आयुक्त क्षितिज सिंघल के पास पहुंचे और उन्हें बताया कि यदि जल्द भुगतान नहीं हुए तो वर्तमान में जारी काम भी रोकने पड़ सकते हैं।
नगर निगम के 80 से ज्यादा ठेकेदारों के करीब 60 करोड़ रुपए पिछले साल जुलाई-अगस्त महीने से ही बाकी चल रहे है। ज्यादातर बकाया ऐसे कामों का है जिनका 2020 में ही ऑडिट हो चुका है। ठेकेदारों पर डेढ़ साल से ज्यादा समय से देनदारियां बाकी है। लेकिन नगर निगम से बकाया भुगतान नहीं हो पा रहा है। हालात ऐसे बने हैं कि कई ठेकेदारों ने अपने पास की जमापूंजी भी नए कामों में खपा दी है।
कामों को पूरा करने के लिए अब उन्हें कोई उधार माल देने को तैयार नहीं है। 18 अगस्त को ठेकेदार आयुक्त क्षितिज सिंघल से मिले थे तब आश्वासन मिला था कि राखी तक जुलाई-अगस्त 2020 का बकाया भुगतान हो जाएगा। राखी का त्योहार ठेकेदारों के लिए सूखा ही निकल गया। लिहाजा बुधवार को फिर से नगर निगम बिल्डर एसोसिएशन के सदस्य आयुक्त क्षितिज सिंघल के पास पहुंचे थे।
मंत्री-सांसद से भी करेंगे मुलाकात
नगर निगम बिल्डर एसोसिएशन के अध्यक्ष नीलेश अग्रवाल भाया के मुताबिक भुगतान नहीं हो पाने की स्थिति में ठेकेदारों को वर्तमान में जारी काम बंद करने की नौबत आ गई है। सभी ठेकेदारों का बकाया भुगतान दिलाने के लिए गुरुवार को बिल्डर एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल सांसद अनिल फिरोजिया, उच्च शिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव और विधायक पारस जैन से भी मुलाकात करेगा। इसके अलावा सीएम शिवराज सिंह चौहान जब भी उज्जैन आयेंगे, उनसे भी नगर निगम के ठेकेदार मुलाकात कर बकाया भुगतान जल्द कराने की मांग करेंगे।