हरसिद्धि चौराहा प्रवेश द्वार से श्रद्धालु अपवित्र होकर जा रहे मंदिर में
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में विगत तीन दिन पूर्व दर्शन व्यवस्था में बदलाव करते हुए मंदिर प्रशासन द्वारा हरसिद्धि मंदिर चौराहा से प्रवेश दिया जा रहा है। मंदिर प्रशासन का तर्क है कि उसने श्रद्धालुओं के हितार्थ रास्ता छोटा कर दिया है। लेकिन वास्तविकता में यह है कि श्रद्धालु बदबू और गंदगी के बीच में से होते हुए मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं।
नई व्यवस्था के तहत हरसिद्धि चौराहा से अब श्रद्धालुओं के बैरिकेड के माध्यम से प्रवेश कराया जा रहा है। मंदिर प्रशासन का तर्क है कि श्रावण मास गुजर जाने के बाद अब मंदिर में भीड़ कम हो गई है। जिसके चलते रास्ता छोटा करते हुए चारधाम मंदिर के सामने से प्रवेश ना देते हुए हरसिद्धि चौराहा के किनारे से श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है।
वास्तविकता यह है कि जिस जगह से श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है उसके प्रवेश द्वार के ठीक पास नगर निगम का सीमेंट कांक्रीट का पक्का शौचालय बना हुआ है। यहां से गंदगी बहकर बाहर भी आ रही है। जिसके बीच में से होते हुए श्रद्धालु गंदगी और बदबू के बीच में से निकलते हुए महाकालेश्वर मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं की आस्था के साथ मंदिर प्रशासन द्वारा खिलवाड़ किया जा कर धार्मिक आस्था को प्रभावित किया जा रहा है। क्योंकि भगवान के दरबार में प्रवेश करने से पूर्व श्रद्धालु को पवित्र होना चाहिए। यह सनातन परंपरा है लेकिन मंदिर प्रशासन रास्ता छोटा करने के नाम पर मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को गंदगी के बीच प्रवेश करवा रहा है।
250 रुपए टिकट धारियों का प्रवेश भी यहीं से
जानकारी में आया है कि 250 रुपए के शीघ्र दर्शन टिकट धारियों को भी हरसिद्धि चौराहा से प्रवेश दिया जा रहा है। जबकि विशेष सुविधा मंदिर प्रशासन द्वारा देने की जगह श्रद्धालुओं को प्री बुकिंग करवाने वालों के साथ ही प्रवेश दे रहा है। इनका रास्ता भी छोटा होना चाहिए जबकि ऐसा नहीं किया गया है। शीघ्र दर्शन टिकट धारियों को तो चार नंबर गेट से प्रवेश दिया जाना चाहिए। इनकी हरसिद्धि चौराहा से प्रवेश की व्यवस्था केवल रविवार और सोमवार को होना चाहिए।